लखीमपुर खीरी : जिले में बाढ़ का कहर जारी है, अब तक बाढ़ से 10 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 5 लोग लापता हैं. जनपद में पलिया तहसील क्षेत्र में बाढ़ का पानी अब उतरने लगा है. जबकि तहसील सदर, लखीमपुर और धौरहरा क्षेत्र के लगभग 200 से अधिक गांव अभी भी बाढ़ से प्रभावित हैं. लखीमपुर खीरी जिले में कुल 373 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में किसानों की फसलें पूरी तरह तबाह हो चुकीं हैं. वहीं कई कच्चे-पक्के मकान बारिश और बाढ़ की भेंट चढ़ चुके हैं.
जिलाधिकारी डॉ.अरविंद कुमार चौरसिया ने बताया कि 19 अक्टूबर की सुबह करीब साढ़े पांच लाख क्यूसेक पानी उत्तराखंड के बनबसा बैराज से छोड़ा गया था. पानी छोड़े जाने की सूचना मिलने पर जिले में अलर्ट जारी किया गया था. इसी क्रम में नेपाल की तरफ से भी मोहाना और कौडियाला नदियों के जरिए पानी आ गया. इस बीच जनपद में लगातार बारिश भी रही थी, जिसका पानी पहले से ही तालाबों-पोखरों में भरा हुआ था. एक साथ इतना सारा पानी आ जाने के कारण हालात बिगड़ गए.
नदियों के किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित निकलने के लिए अनाउंस कराया गया था. बाढ़ के पानी में 2,000 से ज्यादा लोग अलग-अलग स्थानों पर फंस गए थे, उनको बाहर निकाला गया. बाढ़ के पानी से कफी नुकसान हुआ है. हाईवे और रेल मार्ग क्षतिग्रस्त हो गए हैं, करीब 35 संपर्क मार्ग भी बह गए. बाढ़ से लगभग 2.48 लाख की आबादी घिर गई थी. जिले में करीब 16,667 लाख रुपये की फसलों का नुकसान हुआ है.
नाव हादसे में लापता मां-बेटी सहित 4 के शव बरामद
धरारा तहसील में पांच दिन पहले तेलिया घाट पर हुए नाव हादसे में लापता 8 लोगों में से 2 के शव रविवार को बरामद हुए. यह दोनों शव नाव हादसा स्थल से लगभग 20 किलोमीटर दूर मिले हैं. एक अन्य स्थान नकहा में हुए नाव हादसे में एक बच्चे और एक महिला का शव भी रविवार को बरामद हुआ था. जिले में पानी में डूबने से अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है.