कुशीनगरः जिले के नेबुआ नौरंगिया सीएचसी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. जिसमें वैक्सीनेशन में लगे स्वास्थ्यकर्मियों पर एक महिला को दो बार कोरोना वैक्सीन लगाने का गंभीर आरोप लगा है. इस खबर से कोरोना वैक्सीनेशन के लिए जाने वाले लोगों में विभाग की ऐसी लापरवाही से डर लगने लगा है. इस खबर को स्वास्थ्यकर्मी भ्रामक और गलत बता रहे हैं.
मिली जानकारी के मुताबिक कोटवा बाजार स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नेबुआ-नौरंगिया का ये मामला है. जहां शनिवार को दोपहर में रामपुर खुर्द निवासी मालती देवी ने स्वास्थ्यकर्मियों पर गम्भीर आरोप लगाए हैं. मालती का कहना है कि आधार कार्ड लेकर सीएचसी में चल रहे टीकाकरण में कोरोना रोधी टिका लगवाने पहुंची थीं. जहां वैक्सीन लगवाने वाले स्वास्थ्यकर्मियों ने कोविशिल्ड के पहली डोज की दो खुराक कुछ मिनटों के अंतर में ही लगा दिया. जिसके बाद महिला ने स्वास्थ्यकर्मी से पूछा कि सबको एक बार लगाया जा रहा है, तो मुझे दो बार क्यों लगा दिया गया. जिसपर सभी ने नकार दिया. जिसकी महिला ने डॉक्टर से शिकायत की. डॉक्टर ने महिला को आधे घंटे बैठने के बाद जाने की बात कही. पीड़ित मालती ज्यादा पढ़ी लिखी न होने से दो बार लई सुई से परेशान हो गईं. इस वाकये से उन्हें कहीं कुछ हो न जाए, इसी चिंता को लेकर लोगों से सलाह लेने लगीं. उसी समय किसी ने पीड़ित का वीडियो बनाकर वायरल कर दिया.
मालती की वीडियो के साथ मिली पर्ची पर मोबाइल नंबर मिला जिसपर कॉल कर मामले की जानकारी ली गयी तो वो नंबर मनोहर कुशवाहा का था. ये शख्स खुद को पीड़ित का बेटा बता रहा है. इसके साथ ही उसने मामले की पुष्टि भी की. मनोहर ने बताया कि मुझे मां के साथ हुई लापरवाही की बात बताई गई. जिसके बाद उनके स्वास्थ्य और डबल डोज के साइडइफेक्ट की चिंता सता रही है. हालांकि अभीतक उनको कोई दिक्कत नहीं है.
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स्वास्थ्य केंद्र पर कोरोना रोधी टीकाकरण में इस तरह की लापरवाही की खबर फैलते ही लोगों में डर का माहौल बन गया है. जिससे टीकाकरण अभियान प्रभावित हो रहा है. इस पूरे मामले पर कुशीनगर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर एनपी गुप्ता ने वीडियो जारी करते हुए बताया कि टीकाकरण में लापरवाही की जो खबर चल रही है. ऐसी कोई घटना नहीं घटी है. किसी भी मरीज को दो बार टिका नहीं लगा है. सीएचसी प्रबारी नेबुआ नौरंगिया और संबंधित टीकाकरण अधिकारी ने लिखित रूप से इसकी पुष्टि की है. ये एक मात्र अफवाह है, जिसमें लोगों को नहीं आना चाहिए.