कुशीनगरः जिले के रामकोला थाना क्षेत्र में शुक्रवार रात बिजली के खंभे से टकराकर ट्रैक्टर-ट्रॉली पलट गई. दुर्घटना में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य घायल हो गए. घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बताया जा रहा है कि ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर चालक और मजदूर गंडक किनारे बालू लादने जा रहे थे. मौके पर पहुंची पुलिस मामले की जांच कर रही है.
दरअसल, गंडक नदी में होने वाले बालू खनन को ढोने के लिए रात में ही ट्रैक्टर-ट्राली चलते हैं. शुक्रवार रात 11 बजे ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर चालक नदी की तरफ जा रहा था. इस पर लक्ष्मण (28) पुत्र राधे राजभर और शिवपूजन (14) पुत्र रामदरस, लोहा (22), टिमल राजभर (28) और रुदल (25) सवार थे. वाहन लेकर चालक ग्राम खोटही (रामबरन टोले) में पहुंचा. तभी तेज रफ्तार होने से बेकाबू ट्रैक्टर बिजली के खंभे से टकराकर ट्रॉली सहित पलट गया. जिसके नीचे दबने से लक्ष्मण और शिवपूजन की मौत हो गई. वहीं, टिमल, रूदल और लोहा बुरी तरह घायल हो गए. घटना के बाद चालक मौके से भाग गया. चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोगों ने दबे हुए लोगों को बाहर निकाला.
पढ़ेंः ईद पर घर जा रहे युवक को अज्ञात वाहन ने मारी टक्कर, हादसे में युवक की मौत
ग्रामीणों की सूचना पर एसडीएम कप्तानगंज रत्निका श्रीवास्तव और खड्डा के सीओ संदीप वर्मा मौके पर पहुंचे. घटना को लेकर गांव के लोगों में आक्रोश है. पीड़ितों का आरोप है कि प्रशासन की उदासीनता से बालू माफिया सक्रिय रहते हैं. खोटही गांव में गंडक नदी के विभिन्न घाटों से बड़े पैमाने पर बालू खनन होता है. इसको लेकर गांव के लोगों की अक्सर बालू माफियाओं से कहासुनी होती है.
लक्ष्मण की पत्नी सोनी ने पुलिस को बताया कि शुक्रवार रात कुछ लोग उसके घर पहुंचे थे. सौ रुपये मजदूरी का लालच देकर उसके पति को साथ ले गए थे. वहीं, शिवपूजन की मां रीता देवी का कहना है कि उनके बेटे को 50 रुपये देने की बात कही थी.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप