कुशीनगर: अवैध नर्सिंग होम संचालन को लेकर चर्चा में आ चुके जिले के कोटवा सीएचसी क्षेत्र में शनिवार को फिर बड़ा खुलासा हुआ है. SDM ने एक नर्सिंग होम पर रेड डाली. नर्सिंग होम के कागजात तो फर्जी निकले ही, वहां मिले रजिस्टर में बड़ी संख्या में सरकारी स्वास्थ्य महकमे से जुड़े लोगों के नाम लिखे मिले. जिन्हें मरीज लाने के एवज में तयशुदा कमीशन का भुगतान किया जा रहा था. मौके से तीन लोगों को पकड़कर पुलिस के सुपुर्द किए जाने के साथ ही अस्पताल को सील कर दिया गया.
विभागीय मिलीभगत से चल रहा था खेल
स्वास्थ्य विभाग के कुछ दागी लोगों की शह पर जिले के लगभग हर क्षेत्र में गैर मानक और फर्जी कागजात के आधार पर अस्पताल चलाने का खेल चल रहा है. इसी क्रम में शुक्रवार को नेबुआ नौरंगिया चौराहे पर एएस नर्सिंग होम का एसडीएम पडरौना ने जब अचानक निरीक्षण किया, तो बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया. मौके से पकड़े गए तीन लोगों को स्थानीय पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया.
जांच में मिला संदिग्ध रजिस्टर
नर्सिंग होम की जांच के दौरान एक रजिस्टर मिला, जिसमें कई सरकारी एएनएम और आशा कार्यकर्ताओं के नाम दर्ज हैं. रजिस्टर में उन सभी का नाम, मोबाइल नम्बर के साथ ही और विभिन्न प्रकार के ऑपरेशन की फीस और उसका कमीशन लिखा पाया गया. एड्स और हेपेटाइटिस बी जैसे गम्भीर बीमारियों के इलाज और ऑपरेशन के एवज में 1500 से 8000 तक का कमीशन बांटे जाने की बात रजिस्टर में दर्ज मिली है. उक्त रजिस्टर को एसडीएम ने अपने कब्जे में लेकर कार्यवाही के लिए डिप्टी सीएमओ को निर्देशित किया है.
कमरे में बन्द मिलीं दो प्रसूताएं
जांच के दौरान एक कमरे में प्रसव पीड़ा झेल रही दो महिलाएं गम्भीर हालत में मिलीं, जिन्हें तत्काल एम्बुलेंस से जिला अस्पताल भेजा गया. नर्सिंग होम को सील किए जाने के बाद वहां संचालन करते मिले एक युवक और दो महिलाओं को नेबुआ नौरंगिया पुलिस को सौंप दिया गया.
एक सूचना के आधार पर रेड डाली गई. फर्जी तरीकों से संचालित हो रहे नर्सिंग होम को सील किया गया है और वहां चिकित्सक के रूप में बिना किसी डिग्री के कार्य कर रहे दो महिला और एक पुरुष को पकड़कर पुलिस को दिया गया है. अब आगे नियमानुसार कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.
रामकेश यादव, एसडीएम, पडरौना