कुशीनगर: अमवा खास बंधे पर नारायणी नदी के दबाव से हो रहे तेज कटान को रोकने के लिए अंतिम लड़ाई शुरू हो गई है. बाढ़ के आसन्न खतरे के बीच शुक्रवार की देर शाम हालात का जायजा लेने NDRF की टीम के साथ डीएम और एसपी पूरे सरकारी जत्थे के साथ पहुँचे. डीएम ने कहा कटान हुआ है, नदी के दबाव को रोकने का प्रयास हो रहा है.
नारायणी नदी के दबाव से हो रहे तेज कटान. बन्धे को निगल गई नारायणी शुक्रवार को नारायणी नदी के तेज धारा ने अमवाखास बंधे पर लक्ष्मीपुर गांव के सामने पहले से ही चिन्हित बन्धे के एक बड़े हिस्से को निगल लिया.
पीड़िता ने बयां किया अपना दर्द
कटान स्थल के निकट एक पीड़ित महिला सरोज देवी ने बताया कि कटान हुआ तो इंजीनियर साहब लोग गायब थे, नदी की तरफ हमारा खेत और झोपड़ी था, सब बह गया. बहुत नुकसान हुआ है.
ईटीवी भारत की टीम मौके पर पहुंची
एक बार तो लगा कि बांध कुछ घण्टों में ही ध्वस्त हो जाएगा, इस सूचना पर सबसे पहले ईटीवी भारत की टीम मौके पर पहुंची, कुछ ही देर बाद जिले के डीएम, एसपी के साथ कई प्रमुख अधिकारियों ने भी कटान स्थल पर पहुंचकर बचाव कार्य का जायजा लिया.
सुबह काफी तेज कटान हुआ है, लेकिन उसके बावजूद बाढ़ नियंत्रण विभाग बचाव कार्य में जुटा हुआ है.
-डॉ. अनिल कुमार सिंह, डीएम, कुशीनगर
सीओ के सर्किल क्षेत्र के सभी थानों को प्रभावित क्षेत्र में आमजन को बचाव के लिए लगाया गया है. NDRF भी पहुंच गई है. हम हर स्थिति से निपटने के लिए मुस्तैद हैं.
-विनोद कुमार मिश्र, एसपी, कुशीनगर