कुशीनगर: जिले के मुख्यालय पडरौना की नगर पालिका परिषद ने सड़कों पर घूमने वाले निराश्रित पशुओं के भोजन का जिम्मा इन दिनों उठाया है. इसके लिए बकायदा कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गयी है. खास बात यह है कि शहर के होटलों में प्रतिदिन बचने वाले भोजन को इकट्ठा करके उन्हें उचित स्थानों पर रखकर इन पशुओं को खिलाने का उचित प्रबंधन किया जा रहा है.
लॉकडाउन में सामने आयी थी समस्या
नगर पालिका परिषद पडरौना ने बीते दिनों लॉकडाउन के दौरान बड़ी संख्या में प्रतिदिन जरूरतमंद लोगों तक पका पकाया भोजन पहुंचाया था. इस दौरान नगर पालिका ने सड़कों पर घूमने वाले निराश्रित पशुओं की भी चिन्ता की थी, लेकिन अब स्थायी तौर पर उस समस्या का समाधान निकाला गया है.
कैसे हो रही है व्यवस्था
मुख्यालय की पडरौना नगर पालिका परिषद क्षेत्र में काफी अच्छी संख्या में छोटे और बड़े होटल संचालित होते हैं. इन्हीं होटलों में प्रतिदिन बचने वाले शाकाहारी और मांसाहारी भोजन को एक तय समय पर नगर पालिका के वाहनों से अलग-अलग इकट्ठा कराया जा रहा है और फिर उसे खुद अधिशासी अधिकारी अवैद्यनाथ सिंह अपने पालिका कर्मचारियों के सहयोग से चिन्हित स्थानों पर रखवाते हैं, ताकि निराश्रित पशु उसे अपना आहार बना सकें.
नगर पालिका परिषद अध्यक्ष ने कहा
नगर पालिका परिषद पडरौना के अध्यक्ष विनय जायसवाल ने बताया कि पिछले दिनों हुए लॉकडाउन के दौरान निराश्रित पशुओं के भोजन की समस्या सामने आयी थी. उसी समय से इस विषय पर चल रहे मंथन के बाद अब स्थायी समाधान निकाला गया है. प्रतिदिन सड़कों पर फेंके जाने वाले होटलों के भोजन को इकट्ठा कराकर इन पशुओं को खिलाने का काम नगर पालिका कर रही है.
कुशीनगर: निराश्रित पशुओं के भोजन के लिए पडरौना नगर पालिका की अनोखी पहल
यूपी के कुशीनगर में सड़कों पर घूमने वाले निराश्रित पशुओं के भोजन की जिम्मेदारी नगर पालिका पारिषद उठा रहा है. शहर के होटलों में बचने वाले भोजन को इकट्ठा करके पशुओं को खिलाने का उचित प्रबंधन किया जा रहा है.
कुशीनगर: जिले के मुख्यालय पडरौना की नगर पालिका परिषद ने सड़कों पर घूमने वाले निराश्रित पशुओं के भोजन का जिम्मा इन दिनों उठाया है. इसके लिए बकायदा कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गयी है. खास बात यह है कि शहर के होटलों में प्रतिदिन बचने वाले भोजन को इकट्ठा करके उन्हें उचित स्थानों पर रखकर इन पशुओं को खिलाने का उचित प्रबंधन किया जा रहा है.
लॉकडाउन में सामने आयी थी समस्या
नगर पालिका परिषद पडरौना ने बीते दिनों लॉकडाउन के दौरान बड़ी संख्या में प्रतिदिन जरूरतमंद लोगों तक पका पकाया भोजन पहुंचाया था. इस दौरान नगर पालिका ने सड़कों पर घूमने वाले निराश्रित पशुओं की भी चिन्ता की थी, लेकिन अब स्थायी तौर पर उस समस्या का समाधान निकाला गया है.
कैसे हो रही है व्यवस्था
मुख्यालय की पडरौना नगर पालिका परिषद क्षेत्र में काफी अच्छी संख्या में छोटे और बड़े होटल संचालित होते हैं. इन्हीं होटलों में प्रतिदिन बचने वाले शाकाहारी और मांसाहारी भोजन को एक तय समय पर नगर पालिका के वाहनों से अलग-अलग इकट्ठा कराया जा रहा है और फिर उसे खुद अधिशासी अधिकारी अवैद्यनाथ सिंह अपने पालिका कर्मचारियों के सहयोग से चिन्हित स्थानों पर रखवाते हैं, ताकि निराश्रित पशु उसे अपना आहार बना सकें.
नगर पालिका परिषद अध्यक्ष ने कहा
नगर पालिका परिषद पडरौना के अध्यक्ष विनय जायसवाल ने बताया कि पिछले दिनों हुए लॉकडाउन के दौरान निराश्रित पशुओं के भोजन की समस्या सामने आयी थी. उसी समय से इस विषय पर चल रहे मंथन के बाद अब स्थायी समाधान निकाला गया है. प्रतिदिन सड़कों पर फेंके जाने वाले होटलों के भोजन को इकट्ठा कराकर इन पशुओं को खिलाने का काम नगर पालिका कर रही है.