कुशीनगर: जिले में एक सरकारी कर्मचारी की बिना कोरोना जांच हुए ही पॉजिटिव रिपोर्ट सामने आई है. कोरोना को लेकर जांच में आयी अचानक तेजी के बीच जिले में शुक्रवार को सामने आए इस घटनाक्रम के बाद हड़कम्प मच गया. मामले में कर्मचारी ने लिखित तौर पर सीएमओ को प्रार्थना पत्र देकर इस बात से अवगत कराया. सीएमओ ने इस मामले की पड़ताल करने के आदेश दिए हैं.
पीड़ित ने सीएमओ को लिखा पत्र
बीते मंगलवार को कोरोना की सामान्य जांच प्रक्रिया के तहत जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में स्थित जिला प्रोबेशन अधिकारी कार्यालय सहित सभी कार्यालयों के कर्मचारियों की कोराना जांच की गई. इसके तहत विभागवार सूची बना कर नमूना संग्रह किया गया. गुरुवार को इस जांच रिपोर्ट के अनुसार कुल आठ लोगों के पॉजिटिव होने की बात सामने आयी. इस बीच जिला प्रोबेशन अधिकारी कार्यालय के कोरोना पॉजिटिव पाए गए कर्मचारी ऋषिराज पाण्डेय ने सीएमओ को लिखित पत्र भेजा. इसमें अवगत कराया गया कि जांच प्रक्रिया के दिन वो अधिकारियों को सूचना देकर बाहर गए थे. ऐसे में जब वो थे ही नहीं, तो उनकी रिपोर्ट कैसे आ गयी. तथाकथित मरीज की आपत्ति के बाद पूरी जांच प्रक्रिया पर सवाल खड़ा हो गया है. रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद प्रशासन ने उसके घर के सामने बांस-बल्ली लगाकर उसका रास्ता भी अवरुद्ध कर दिया. सीएमओ ने पत्र मिलने के बाद मामले की जांच कराने की बात कही है.
लिपिकीय त्रुटि की आशंका
घर का रास्ता अवरुद्ध किए जाने से परिवार के लोगों ने भी इस पर आपत्ति जाहिर की है. सीएमओ डॉ. एन पी गुप्ता ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है. लिपिकीय त्रुटि के कारण समूह में हो रहे जांच के दौरान गड़बड़ी होना संभावित है. मामले की जांच करायी जा रही है कि गड़बड़ी कहां और कैसे हुई.