कुशीनगर: बीते कुछ दिनों से जिले का सीएमओ कार्यालय अपने ही एक मुख्य क्लर्क को लेकर चर्चा में है. क्लर्क ने जिले के विशुनपुरा ब्लॉक पर तैनात एमओआईसी और प्रोग्राम मैनेजर को ठीक करने की धमकी दी थी. ऑडियो वायरल होने के बाद जिला प्रशासन ने सीएमओ से मामले की आनन-फानन में प्रारम्भिक रिपोर्ट प्राप्त की. रिपोर्ट के आधार पर आरोपी क्लर्क को शान्ति भंग में धारा 151 के तहत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
कुशीनगर के मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय के मुख्य क्लर्क अनूप सिंह पर विशुनपुरा ब्लॉक के सीएचसी प्रभारी और प्रोग्राम मैनेजर को धमकाने का आरोप लगा है. दरअसल कुछ एएनएम पर हुई कार्रवाई से नाराज उक्त क्लर्क ने मोबाइल पर ब्लॉक के प्रोग्राम मैनेजर को धमकाया था.
मामले के बारे में विशुनपुरा सीएचसी प्रभारी डॉ. विमलेन्दु प्रसाद ने जानकारी देते हुए बताया कि ब्लॉक में स्वास्थ्य सेवा कई बिंदुओं पर पिछड़ी हुई है. उसी क्रम में जांच कर जिम्मेदारी तय करते हुए कार्रवाई की गई है. इसी बात पर सीएमओ ऑफिस के क्लर्क ने बीपीएम के मोबाइल पर कॉल कर उनको और मुझे ठीक करने की धमकी दी. मामले से उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है. सीएचसी पर तैनात पीड़ित ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर दीपक ने घटनाक्रम की पुष्टि करते हुए बताया कि मामले के बारे में सीएचसी प्रभारी व सीएमओ को अवगत करा दिया गया है.
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वायरल हुए ऑडियो से स्वास्थ्य महकमे में मची हलचल के संदर्भ में सीएचसी पर जांच करने पहुंचे मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एनपी गुप्ता ने मीडिया से बात की. उन्होंने कहा कि मामले में सीएचसी प्रभारी को कार्रवाई करने के लिए आदेशित किया गया है. रिपोर्ट आने के साथ ही विधिक कार्रवाई भी की जाएगी. मामले में बढ़ती सरगर्मी को देखते हुए जिला प्रशासन ने धारा 151 का हवाला देते हुए आरोपी क्लर्क को जहां जेल भेज दिया है, वहीं पीड़ित प्रोग्राम मैनेजर की शिकायत पर आरोपी क्लर्क को नामजद करते हुए जटहां बाजार थाने में मुकदमा भी पंजीकृत किया गया है.