कुशीनगर: सेवरही थाना क्षेत्र की रहने वाली नाबालिग रेप पीड़िता ने बच्चे को जन्म दिया. पीड़िता के पिता ने सियोराही कस्बे में नमकीन बनाने वाली फैक्ट्री के संचालक को इस घटना का जिम्मेदार बताते हुए अस्पताल के रिकॉर्ड में फैक्ट्री संचालक का नाम दर्ज कराया. उक्त मामले में 6 महीने के गर्भवती बच्ची को लेकर न्याय के लिए पीड़िता के परिजन दौड़ते रहे. जिसमें सेवरही पुलिस ने बीते 3 जुलाई को एफआईआर दर्ज किया है, लेकिन पीड़ित परिवार पुलिस पर मामले की लीपापोती करने का आरोप लगा रहा है. वहीं, दूसरी तरफ पुलिस ने पीड़िता को मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर बालिग करार दिया है.
6 महीने बाद जब परिजनों को घटना के बारे में जानकारी मिली तो कोहराम मच गया. परिजन न्याय पाने के लिए दर-दर भटकने लगे, लेकिन उनकी किसी ने नहीं सुनी. जब नाबालिग के गर्भवती होने की बात साफ-साफ पता चलने लगी तो पुलिस ने आनन-फानन में बीते 3 जुलाई को मामले में एफआईआर दर्ज किया. जहां मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर उसे बालिग करार दिया गया.
परिजनों का आरोप है कि पुलिस मामले में आरोपी के साथ मिलकर लीपापोती कर रही है. वहीं, अस्पताल में जच्चा बच्चा वार्ड में जमीन पर लेटी नाबालिग पीड़िता ने बताया कि अस्पताल से उसकी छुट्टी कर दी गई है, लेकिन नवजात आईसीयू वार्ड में गंभीर हालत में भर्ती है. उसे छोड़कर कैसे जाऊं. पीड़िता का आरोप है कि डिस्चार्ज के बाद उसे बेड नहीं दिया गया. जिसके कारण जमीन पर बिस्तार लगाकर लेटना पड़ा.
परिजनों ने बताया कि उनकी बेटी मोहल्ले के नमकीन फैक्ट्री में काम करती थी. जहां फैक्ट्री के मालिक ने झांसा देकर बच्ची के साथ दुष्कर्म किया. जब बच्ची के शरीर में कुछ बदलाव दिखा तो मामले की जानकारी हुई. तत्काल अल्ट्रासाउंड कराया गया तो 6 महीने के गर्भ का पता चला. जब परिजनों ने मामले को लेकर आरोपी से बात की तो वह धमकाना शुरू कर दिया.
बच्ची के पिता ने बताया कि 6 महीने बाद गर्भ सामने आने के बाद से ही पुलिस से न्याय की गुहार लगा रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है. जुलाई महीने में सादे पेपर पर अंगूठा लेकर पुलिस ने खुद प्रार्थना पत्र लिखा और एफआईआर दर्ज किया. आरोपी के प्रभाव में फर्जी मेडिकल रिपोर्ट लगवा कर बच्ची को बालिग बताया जा रहा है. नाबालिग की उम्र और नवजात बच्चे सहित आरोपी का डीएनए टेस्ट कराया नहीं जा रहा है. फिलहाल मामले को महिला आयोग की सदस्य और अन्य अधिकारियों के सामने रखा गया है.
थानाध्यक्ष सेवरही राम आशीष सिंह यादव ने बताया कि मामले में आरोपी की गिरफ्तारी की जा चुकी है. मेडिकल जांच में बच्ची डॉक्टरों द्वारा बालिक बताई गई. जिसके हिसाब से आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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