कुशीनगर: खड्डा थाना क्षेत्र के सोनबरसा गांव में शुक्रवार की देर शाम हाईवोल्टेज विद्युत की चपेट में आने से एक प्राइवेट लाईनमैन की दर्दनाक मौत हो गई. आरोप है कि यह घटना उपकेंद्र खड्डा के कर्मचारियों की लापरवाही के चलते हुई. घटना के बाद विद्युत विभाग का कोई जिम्मेदार मौके पर नहीं पहुंचा. जिसके बाद ग्रीमीणों की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. फिलहाल विद्युत कर्मचारी की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया है.
बता दें कि खड्डा थाना क्षेत्र के सोनबरसा गांव निवासी शम्भू चौहान बीते 10 सालों से खड्डा विधुत उपकेंद्र में प्राइवेट लाइनमैन के तौर पर काम करता था. शुक्रवार को शम्भू को सूचना मिली कि सोनबरसा गांव की विधुत आपूर्ति बाधित है, जिसे ठीक करने वह फॉल्ट के पास पहुंचा था. सोनबरसा गांव के ग्रामप्रधान हरिओम ने बताया कि शम्भू शटडाउन लेकर 11 हजार बोल्टेज की लाइन को ठीक करने के लिए पोल पर चढ़ा. शटडाउन होने के बावजूद विद्युत उपकेंद्र के कर्मचारियों ने लापरवाही के साथ बिना किसी सूचना के विद्युत सप्लाई चालू कर दी. इस दौरान पोल पर चढ़े शम्भू हाईवोल्टेज विद्युत की चपेट में आकर बुरी तरह झुलस गया.
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ग्रामीण घटना की सूचना उपकेंद्र को देने के बाद सीएचसी खड्डा ले गए. वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. सूचना ले बाद भी जब उपकेंद्र से कोई जिम्मेदार मौके पर नहीं पहुंचा तो ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के भेज दिया. इस दौरान ग्रामीणों ने प्रशासन से दोषियों पर कार्रवाई और मृतक के परिजनों के लिए सहयोग की मांग की. बताया जा रहा है कि शम्भू 6 लोगों के गरीब परिवार के बीच एकमात्र कमाऊ सदस्य था. लेकिन बिजली विभाग की लापरवाही के कारण उसकी मौत हो गई. शम्भू दो भाई में सबसे बड़ा था. पत्नी और चार बच्चों के साथ प्राइवेट लाइनमैन का काम करके घर चलाता था.
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