कुशीनगर : प्रदेश में बीती रात हुए बड़े स्तर पर आईपीएस, पीपीएस तबादले में जिले के एक चर्चित पुलिस अधिकारी का नाम आने से विभाग में हड़कम्प की स्थिति है. जिले में शराब काण्ड के बाद से ही घटनाक्रम से जुड़े कई अधिकारियों के तबादले और निलम्बन की कारवाई के बीच एएसपी का तबादला चर्चा में है. जिले के एसपी ने एक प्रश्न के उत्तर में बताया कि शराब काण्ड में किसी का नाम भी हो, जांच के बाद कार्रवाई होगी.
बता दें कि इसी महीने के पहले सप्ताह में तरयासुजान थाना क्षेत्र में हुए शराब काण्ड में आठ लोगों की मौत हो गई थी. शराब काण्ड के बाद मची हलचल के बीच दस अधिकारियों के विरुद्ध शासन द्वारा दंडात्मक कार्रवाई की गई थी. साथ ही तरयासुजान थाने के पूरे स्टाफ को लाइन हाजिर भी कर दिया गया था.
क्या अपराधियों के तार कुछ अधिकारियों से भी जुड़े हैं, इस पर एसपी राजीव नारायण मिश्र ने कहा कि पुलिस अधिकारी हों या फिर सामान्य जन, विवेचना में जिसका दोष उजागर होगा उन्हें कानून के मुताबिक दण्ड मिलेगा.
शनिवार की सुबह जिला पुलिस मुख्यालय में शराब काण्ड के मुख्य आरोपी हरेन्द्र यादव को कोर्ट भेजने से पहले मीडिया के सामने लाया गया था, उसी दौरान शासन द्वारा कुशीनगर के एएसपी हरिगोविंद मिश्र के तबादले की भी सूचना आम हुई. मीडिया से पुलिस होने के समय उक्त एएसपी, पुलिस अधीक्षक राजीव नारायण मिश्र के बगल में ही मौजूद थे.
शुक्रवार की देर रात हुए तबादला सूची में कुशीनगर के एएसपी हरिगोविंद मिश्र का नाम आने से चर्चा का माहौल है. सूत्रों की माने तो एएसपी के तबादले के पीछे शराब काण्ड ही है लेकिन अधिकारी अभी खुलकर बोलने को तैयार नही हैं.