कुशीनगर: किसान नेता स्वर्गीय बाबू गेंदा सिंह की जयंती पर होने वाला किसानों का आंदोलन को डीएम के आश्वासन के बाद स्थगित कर दिया गया है. पूर्वमंत्री राधेश्याम सिंह ने कप्तानगंज चीनी मिल चलाने और किसानों का लगभग 42 करोड़ के बकाए के भुगतान को लेकर मंगलवार को कलेक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन का एलान किया था. इसके बाद कुशीनगर जिलाधिकारी रमेश रंजन के आश्वासन मिलने पर किसानों का धरना स्थगित कर दिया.
कभी चीनी का कटोरा कहा जाने वाले कुशीनगर जिले कप्तानगंज चीनी मिल बंद होने के बाद से उसे दोबारा चलाने की मांग तेज हो गई है. आजादी के पहले 1930 में शुरू हुई कनोड़िया शुगर मिल के बंद (kanodia sugar mill closed) होने की चर्चा के बाद किसानों की सांस अटकी हुई है. कप्तानगंज की कनोड़िया चिनीमिल पर क्षेत्र के किसानों का लगभग 42 करोड़ का बकाया है. जिसके भुगतान को लेकर सपा सरकार के मंत्री राधेश्याम सिंह ने मंगलवार (15 नवंबर) से आंदोलन शुरू करने की बात कही थी. जिसे आज जिलाधिकारी के आश्वासन के बाद स्थगित किया गया है.
सपा के पूर्व मंत्री राधेश्याम सिंह ने कहा कि किसानों के नेता स्वर्गीय बाबू गेंदा सिंह को नमन करते हुए आज किसानों के बकाया गन्ना मूल्य और चीनी मील चलाने के लिए जो आंदोलन चलाया था. उसे स्थागित किया गया है. क्योंकि नए जिलाधिकारी ने आश्वासन दिया है कि मैं किसानों के बकाए का भुगतान और चीनी मिल को दोबारा शुरू करने की कोशिश कर रहा हूं. जिलाधिकारी के आश्वासन पर किसान आंदोलन को स्थगित किया जा रहा है. लेकिन, अगर सरकार ने इस पर पहल नहीं की, तो फिर किसानों के साथ गांधीवाद आंदोलन तरीके से जारी रहेगा. पंजाब सरकार ने गन्ना मूल्य 380 रुपये तय किया है. लेकिन, उत्तर प्रदेश सरकार ने अभी तक उसे निर्धारित नहीं किया है. हमारी योगी सरकार से मांग है कि उत्तर प्रदेश में गन्ना मूल्य 400 रुपया तय करके ही चीनीमिल की पेराई सत्र की शुरुआत हो.
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