कुशीनगर: जिलाधिकारी कार्यालय पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजकुमार सिंह के नेतृत्व में जुटे कांग्रेसियों ने निजी कंपनियों में निवेशकों के फंसे पैसों को दिलवाए जाने की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन किया. इसके बाद जिलाधिकारी को राज्यपाल को सम्बोधित ज्ञापन सौंपा.
जिलाध्यक्ष राजकुमार सिंह ने बताया कि विगत काफी लंबे समय से कई फर्जी कंपनियां चल रही हैं. इन कंपनियों द्वारा कई सरकारों के कार्यकाल में समय-समय पर लाखों लोगों को भारी मुनाफे का लालच देकर निवेश कराया गया. इसमें पल्स और सहारा इंडिया के नाम प्रमुख हैं. इन कंपनियों में बड़ी संख्या में गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों के लोगों के पैसे फंसे हुए हैं, लेकिन आज भी प्रदेश में इस प्रकार की कई कंपनियां चल रही हैं.
यहां तक कि प्रदेश सरकार के पास इस फर्जीवाड़े में उत्तर प्रदेश के कितने लोगों के पैसे फंसे हुए हैं, इसकी कोई सूची तक उपलब्ध नहीं है. इन निवेशकों में से ज्यादातर निवेशक उत्तर प्रदेश के हैं, जिन्होंने बेहतर रिटर्न के लिए पर्ल और सहारा में इन्वेस्ट किया. सुप्रीम कोर्ट, हाईकोर्ट और SEBI के दखल के बाद भी लोगों के हाथ खाली हैं.
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राजकुमार सिंह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी यह मांग करती है कि सहारा इंडिया, पीएसीएल में गरीब, दिहाड़ी मजदूर और छोटे दुकानदारों का पैसा सालों से फंसा है. उनके खून-पसीने की कमाई उन्हें मिलना ही चाहिए. ये उनका हक है. सहारा इंडिया में मजदूरों, किसानों का आरडी/एफडी का पैसा न कोर्ट में है और न ही सेबी में है. बावजूद सहारा पैसा नहीं लौटा रहा. भाजपा सरकार को गरीबों और मजदूरों की गाढ़ी कमाई से कोई मतलब नहीं, क्योंकि भाजपा के आंगन पूंजीपतियों से भरे पड़े हैं.
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