कुशीनगर: प्रदेश में आए दिन पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़े होते रहे हैं. ताजा मामला जिले के तुर्कपट्टी थाना क्षेत्र के महुअवा बुजुर्ग गांव का है. जहां पुलिस लोगों को अपनी अफसरशाही दिखाने में कोई कोर कसर नही छोड़ रही है. दरअसल, इस गांव के जनचौपाल की तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें पुलिस फरियादियों को जमीन पर बैठाकर उनकी समस्या सुन रही है.
रविवार को जनपद कुशीनगर के तुर्कपट्टी थाना क्षेत्र के तुर्कपट्टी महुअवा बुजुर्ग गांव में पुलिस ने जन चौपाल लगाकर लोगों की समस्याएं सुनीं. जिसमें एसआई धर्मेन्द्र गौतम, बीट पुलिस अधिकारी अरविंद राय, सिपाही शैलेश यादव, ओम प्रकाश यादव मौजूद रहे. इस दौरान बीट पुलिस अधिकारी अरविंद राय ने जनता की समस्याओं को बीट रजिस्टर में नोट किया. जन चौपाल के दौरान पुलिस कर्मियों ने अपनी समस्या लेकर पहुंचे लोगों को कुर्सी या चबूतरे पर बैठाने की बजाय नीचे जमीन पर बैठाकर उनकी समस्याएं सुनीं. जबकि, पुलिस कर्मियों ने खुद कुर्सी पर बैठे रहे.
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बता दें कि सरकार एक ओर जहां फरियादियों और पीड़ितों को न्याय दिलाने का उनकी समस्याओं के जल्द से जल्द निराकरण का भरसक प्रयास कर रही है. इसके लिए समाधान दिवस, थाना दिवस व चौपाल जैसे कार्यक्रम का आयोजन करा रही तो वहीं जिले के तुर्कपट्टी थानाक्षेत्र के अंतर्गत चौपाल की ऐसी तस्वीरें पुलिस की कार्यशैली पर निशान खड़ा कर रही है. तस्वीरों के वायरल होते ही विपक्ष प्रदेश सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है. विपक्ष का कहना है कि पुलिस की इस तस्वीर ने बता दिया कि हम जनता के सेवक नही बल्कि अंग्रेजों के जमाने के पुलिस वाले हैं.