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जिला पंचायत सदस्य का आरोप, BJP के नेताओं की कुर्सी डगमगाते ही प्रशासन को आती है अतिक्रमण हटाने की याद - अवैध अतिक्रमण पर कार्रवाई

कौशांबी जनपद में जिला पंचायत सदस्य शायमा के पति जितेंद्र कुमार ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी किया है. इस वीडियो में जितेंद्र कुमार ने शासन-प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं.

जिला पंचायत सदस्य शायमा का पति जितेंद्र कुमार
जिला पंचायत सदस्य शायमा का पति जितेंद्र कुमार
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Published : Aug 23, 2022, 6:02 PM IST

कौशांबी : जनपद में जिला पंचायत सदस्य शायमा के पति जितेंद्र कुमार ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी किया है. इस वीडियो में जितेंद्र कुमार ने शासन-प्रशासन द्वारा दबाव बनाने का आरोप लगाया है. जितेंद्र कुमार का आरोप है कि जब बीजेपी के नेताओं की कुर्सी खतरे में आ जाती है, तब प्रशासन को अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई याद आती है. उन्होंने इस पूरे मामले को कोर्ट में ले जाने की तैयारी कर ली है. जितेंद्र कुमार ने आरोप लगाया कि जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव के समय भी प्रशासन द्वारा उनके घर पर नोटिस चस्पा की गई थी.

जिला पंचायत सदस्य शायमा के पति जितेंद्र कुमार ने प्रशासन पर लगाए गंभीर आरोप

ये है मामला
कौशांबी की जिला पंचायत अध्यक्ष कल्पना सोनकर की कुर्सी पर खतरा मंडरा रहा है. पंचायत के सदस्यों ने अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए डीएम को नोटिस सौंपा है. सदस्यों के हस्ताक्षर मिलान के लिए 26 अगस्त की तारीख तय की गई है. इस कार्यवाही से पहले जिला पंचायत सदस्य शायमा के घर पर जिला प्रशासन ने अवैध अतिक्रमण होने का नोटिस चस्पा किया है. वहीं, इस मामले पर शायमा के पति का आरोप है कि जिला पंचायत चुनाव के समय प्रशासन ने कार्रवाई का नोटिस दिया था. अब एक बार फिर जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी खतरे में है. इसलिए प्रशासन द्वारा दबाव बनाने के लिए अवैध अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई का नोटिस चस्पा किया गया है. प्रशासन ने शायमा और जितेंद्र कुमार का घर सरकारी जमीन पर बने होने बात कहकर नोटिस चस्पा किया है. नोटिस में 3 दिनों के अंदर अतिक्रमण हटाने के लिए कहा गया है.

जिला प्रशासन द्वारा जारी नोटिस
जिला प्रशासन द्वारा जारी नोटिस

गौरतलब है कि कौशांबी जिले में 4 जुलाई 2021 को जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव हुआ था. इस चुनाव में बीजेपी की तरफ से अध्यक्ष पद की प्रत्याशी कल्पना सोनकर और सपा से विजमा दिवाकर ने चुनाव लड़ा था. चुनाव में बीजेपी को 14 और सपा को 12 वोट मिले थे. इस प्रकार बीजेपी प्रत्याशी कल्पना सोनकर सपा की विजमा देवी को 2 मतों से हराकर जिला पंचायत की मुखिया बनीं थीं. जैसे ही जिला पंचायत अध्यक्ष के एक वर्ष का कार्यकाल पूरा हुआ, वैसे ही अविश्वास प्रस्ताव लाने की कवायत शुरू हो गई और विजमा दिवाकर ने सपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देकर और हलचल मचा दी.

बीते 16 अगस्त को जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले सदस्य नोटिस के साथ डीएम सुजीत कुमार से मिले थे. इस दौरान कल्पना सोनकर ने नोटिस में सदस्यों के हस्ताक्षर फर्जी होने की बात कहकर आपत्ति जताई थी. इस पर डीएम सुजीत कुमार ने सभी सदस्यों को 26 अगस्त को अपने प्रमाण पत्र के साथ मुख्य विकास अधिकारी के सामने प्रस्तुत होकर हस्ताक्षर मिलान करने के निर्देश दिए थे. अविश्वास प्रस्ताव के एक दिन पहले प्रशासन ने पंचायत सदस्य शायमा के घर पर अवैध अतिक्रमण का नोटिस चस्पा कर दिया. इस बात को लेकर शायमा के पति जितेंद्र कुमार ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी करके अपनी बात रखी है.

इसे पढ़ें- बलात्कारियों का स्वागत करना इंसाफ का बलात्कार, अखिलेश यादव का BJP पर निशाना

कौशांबी : जनपद में जिला पंचायत सदस्य शायमा के पति जितेंद्र कुमार ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी किया है. इस वीडियो में जितेंद्र कुमार ने शासन-प्रशासन द्वारा दबाव बनाने का आरोप लगाया है. जितेंद्र कुमार का आरोप है कि जब बीजेपी के नेताओं की कुर्सी खतरे में आ जाती है, तब प्रशासन को अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई याद आती है. उन्होंने इस पूरे मामले को कोर्ट में ले जाने की तैयारी कर ली है. जितेंद्र कुमार ने आरोप लगाया कि जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव के समय भी प्रशासन द्वारा उनके घर पर नोटिस चस्पा की गई थी.

जिला पंचायत सदस्य शायमा के पति जितेंद्र कुमार ने प्रशासन पर लगाए गंभीर आरोप

ये है मामला
कौशांबी की जिला पंचायत अध्यक्ष कल्पना सोनकर की कुर्सी पर खतरा मंडरा रहा है. पंचायत के सदस्यों ने अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए डीएम को नोटिस सौंपा है. सदस्यों के हस्ताक्षर मिलान के लिए 26 अगस्त की तारीख तय की गई है. इस कार्यवाही से पहले जिला पंचायत सदस्य शायमा के घर पर जिला प्रशासन ने अवैध अतिक्रमण होने का नोटिस चस्पा किया है. वहीं, इस मामले पर शायमा के पति का आरोप है कि जिला पंचायत चुनाव के समय प्रशासन ने कार्रवाई का नोटिस दिया था. अब एक बार फिर जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी खतरे में है. इसलिए प्रशासन द्वारा दबाव बनाने के लिए अवैध अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई का नोटिस चस्पा किया गया है. प्रशासन ने शायमा और जितेंद्र कुमार का घर सरकारी जमीन पर बने होने बात कहकर नोटिस चस्पा किया है. नोटिस में 3 दिनों के अंदर अतिक्रमण हटाने के लिए कहा गया है.

जिला प्रशासन द्वारा जारी नोटिस
जिला प्रशासन द्वारा जारी नोटिस

गौरतलब है कि कौशांबी जिले में 4 जुलाई 2021 को जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव हुआ था. इस चुनाव में बीजेपी की तरफ से अध्यक्ष पद की प्रत्याशी कल्पना सोनकर और सपा से विजमा दिवाकर ने चुनाव लड़ा था. चुनाव में बीजेपी को 14 और सपा को 12 वोट मिले थे. इस प्रकार बीजेपी प्रत्याशी कल्पना सोनकर सपा की विजमा देवी को 2 मतों से हराकर जिला पंचायत की मुखिया बनीं थीं. जैसे ही जिला पंचायत अध्यक्ष के एक वर्ष का कार्यकाल पूरा हुआ, वैसे ही अविश्वास प्रस्ताव लाने की कवायत शुरू हो गई और विजमा दिवाकर ने सपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देकर और हलचल मचा दी.

बीते 16 अगस्त को जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले सदस्य नोटिस के साथ डीएम सुजीत कुमार से मिले थे. इस दौरान कल्पना सोनकर ने नोटिस में सदस्यों के हस्ताक्षर फर्जी होने की बात कहकर आपत्ति जताई थी. इस पर डीएम सुजीत कुमार ने सभी सदस्यों को 26 अगस्त को अपने प्रमाण पत्र के साथ मुख्य विकास अधिकारी के सामने प्रस्तुत होकर हस्ताक्षर मिलान करने के निर्देश दिए थे. अविश्वास प्रस्ताव के एक दिन पहले प्रशासन ने पंचायत सदस्य शायमा के घर पर अवैध अतिक्रमण का नोटिस चस्पा कर दिया. इस बात को लेकर शायमा के पति जितेंद्र कुमार ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी करके अपनी बात रखी है.

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