कौशांबी: उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में एक अमरूद के बाग में झोपड़ी बना कर रखवाली कर रहे वृद्ध की आग में जलकर मौत हो गई. पुलिस ने जांच में झोपड़ी में आग लगने का कारण बीड़ी पाया है. जिसे वृद्ध ने पीकर फेंका था, जो बाद में आग की जानलेवा लपटों में बदल गई. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है.
घटना कौशांबी जिले के कोखराज के मलिकपुर महेवा गांव की है. गांव में मुस्तफा मियां की अमरूद बाग की रखवाली कई वर्षों से लल्लू (65) करता था. वह अमरूद के बाग में झोपड़ी बनाकर रात-दिन वहीं रहता था. मंगलवार को लल्लू की झोपड़ी में आग लग गई. ग्रामीण जब तक मदद के लिए पहुंचते झोपड़ी पूरी तरह जल गई थी.
झोपड़ी में अंदर वृद्ध लल्लू का अधजला शव पड़ा मिला. ग्रामीणों ने पुलिस व परिजनों को घटना की सूचना दी. पत्नी राजरानी ने बताया कि वह बच्चों के साथ गांव के घर में थी. जानकारी मिली कि पति लल्लू जिस झोपड़ी में थे वह जल गई. भाग कर पहुंचे तो उनकी लाश पड़ी थी. आठ दिन पहले लल्लू को दाहिने हाथ में फालिस (पाइरालाइसिस) का अटैक आया था.
उन्हें चारपाई से उठने बैठने में दिक्कत होती थी. बीमारी के बाद भी उनकी बीड़ी पीने की लत नहीं छूटी थी. अक्सर बीड़ी पीने के लिए मना किया जाता था. उसी बीड़ी ने उनकी जान ले ली. बता दें कि लल्लू की छह संताने थीं, जिनमें तीन लड़की जिनकी शादी हो चुकी है. तीन लड़कों में एक लड़का बाहर रहकर कमाई करता है. दो गांव में रहते है.
थाना प्रभारी कोखराज विनोद मौर्य ने बताया कि मलिकपुर महेवा गांव के बाग में आग से जलकर वृद्ध की मौत की जानकारी मिली थी. मौके पर जाकर जांच कर लाश को कब्जे में लिया गया है. परिजनों से पूछताछ में मौत और आग लगने की वजह वृद्ध कि बीड़ी पीने की लत बताई जा रही है. शेष जांच की जा रही है.