कौशाम्बी : सरसवा विकास खंड के अमीना गांव के लोगों ने सभी राजनैतिक नेताओं पर आरोप लगाते हुए वोट न देने का एलान किया है. ग्रामीणों की मांग है कि पिछले 10 सालों से वह गांव के अंदर नाली और जल निकासी के लिए नाले की मांग कर रहे हैं, लेकिन किसी भी राजनैतिक दल के लोगों ने उनकी फरियाद नहीं सुनी. इस वजह से गांव के लोग इस बार लोकसभा चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं करेंगे.
ग्रामीणों का कहना है कि वह मतदान तभी करेंगे जब गांव में जल निकासी की समुचित व्यवस्था कर दी जाएगी. ग्रामीणों ने अपने आंदोलन को गति देने के लिए पोस्टर, बैनर लेकर जन समर्थन भी जुटाना शुरू कर दिया है. ग्रामीण शैलेन्द्र और धर्मेंद्र सिंह के मुताबिक गांव के लोगों ने वोट के बहिष्कार का फैसला किया है. उनका आरोप है कि जलभराव के चलते उनके बच्चे स्कूल नहीं जा पाते. उनका कहना है कि जब तक गांव में नाली और जल निकासी की समास्या का निदान नहीं हो जाता वह वोट डालने नहीं जाएंगे.
निर्वाचन दफ्तर से मिले दस्तावेजों के अनुसार सरसवा विकास खण्ड में स्थित अमीना गांव की आबादी 2000 के करीब है. इसमें कुल 886 मतदाता हैं. गांव में जल भराव की समस्या के चलते समान्य दिनों में स्थानीय लोगों का चलना तक मुश्किल होता है. मजबूरन गांव के सरकारी स्कूल जाने वाले बच्चों को पगडण्डी के सहारे स्कूल जाना पड़ता है.