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डिप्टी सीएम के गृह जनपद में दम तोड़ती आयुष्मान भारत योजना - ayushman bharat yojana

यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के गृह जनपद कौशांबी में आयुष्मान भारत योजना दम तोड़ रही है. जिले में आयुष्मान भारत योजना के तहत बने अस्पताल में डॉक्टरों और स्टाफ के न आने से मरीजों को समुचित इलाज नहीं मिल पा रहा है. मरीजों का कहना है कि अस्पताल में कोई सुविधा नहीं मिलती है.

आयुष्मान भारत योजना का खस्ता हाल.
आयुष्मान भारत योजना का खस्ता हाल.
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Published : Jan 30, 2021, 2:39 PM IST

कौशांबी: जिले में आयुष्मान भारत योजना के तहत बने अस्पताल में डॉक्टरों और स्टाफ के न आने से ग्रामीणों को समुचित इलाज नहीं मिल पा रहा है. इतना ही नहीं अस्पताल परिषद में काफी गंदगी फैली हुई है. अस्पताल के अधिकतर खिड़की और दरवाजे टूटे हुए हैं. ऐसे में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के गृह जनपद कौशांबी में पीएम का ड्रीम प्रोजेक्ट आयुष्मान भारत योजना दम तोड़ रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि 8 किलोमीटर दूर जिला मुख्यालय इलाज कराने जाना पड़ता है. वहीं इस मामले में जिले के आलाधिकारी कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं.

आयुष्मान भारत योजना का खस्ता हाल.
यह है सिराथू तहसील का सेलरहा पश्चिम गांव. सेलरहा पश्चिम गांव जिला मुख्यालय मंझनपुर से 8 किलोमीटर दूर स्थित है. सेलरहा पश्चिम गांव में सपा सरकार में एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनाया गया था, जिससे आस-पास के ग्रामीणों का इलाज किया जाता था. सूबे में सरकार बदलने के बाद ग्रामीणों के समुचित इलाज मिल सके, इसके लिए जिला प्रशासन ने इस अस्पताल को आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत संचालित करना शुरू कर दिया. यहां पास डॉक्टर फार्मेसिस्ट एएनएम समेत अन्य स्टाफ की तैनाती की गई, लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि इस हॉस्पिटल में डॉक्टरों व अन्य स्टाफ के न आने से उन्हें समुचित इलाज नहीं मिल पा रहा है. इस कारण उन्हें गांव से 8 किलोमीटर दूर जिला मुख्यालय मंझनपुर जाना पड़ता है.
अस्पताल में फैली गंदगी
सेलरहा पश्चिम गांव में आयुष्मान भारत योजना के तहत संचालित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में साफ-सफाई की कोई भी व्यवस्था नहीं है. अस्पताल परिसर के अंदर काफी गंदगी फैली हुई है. ग्रामीणों के मुताबिक अस्पताल परिसर में सफाईकर्मी के न होने की वजह से साफ-सफाई की कोई व्यवस्था नहीं की गई है.
अस्पताल में गंदे पड़े हुए हैं बेड
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सेलरहा पश्चिम के वार्ड में मरीजों के इलाज को भर्ती करने के लिए बेड तो लगाया गया है, लेकिन देखरेख के अभाव में बेड गंदे पड़े हुए हैं. इतना ही नहीं वार्ड के अधिकतर खिड़कियां दरवाजे भी टूटे हुए हैं. इस गंदगी के चलते ग्रामीण यहां पर इलाज कराने से कतरा रहे हैं.नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सेलरहा पश्चिम में तैनात फार्मासिस्ट वीरेंद्र सिंह के मुताबिक रविवार को अरोग्य सेतु मेला के कारण डॉक्टर साहब छुट्टी पर हैं. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि अन्य स्टाफ भी छुट्टी पर हैं. साफ-सफाई के बारे में पूछने पर उन्होंने बताया कि यहां सफाईकर्मी की तैनाती न होने से सफाई नहीं हो पा रही है.

कौशांबी: जिले में आयुष्मान भारत योजना के तहत बने अस्पताल में डॉक्टरों और स्टाफ के न आने से ग्रामीणों को समुचित इलाज नहीं मिल पा रहा है. इतना ही नहीं अस्पताल परिषद में काफी गंदगी फैली हुई है. अस्पताल के अधिकतर खिड़की और दरवाजे टूटे हुए हैं. ऐसे में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के गृह जनपद कौशांबी में पीएम का ड्रीम प्रोजेक्ट आयुष्मान भारत योजना दम तोड़ रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि 8 किलोमीटर दूर जिला मुख्यालय इलाज कराने जाना पड़ता है. वहीं इस मामले में जिले के आलाधिकारी कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं.

आयुष्मान भारत योजना का खस्ता हाल.
यह है सिराथू तहसील का सेलरहा पश्चिम गांव. सेलरहा पश्चिम गांव जिला मुख्यालय मंझनपुर से 8 किलोमीटर दूर स्थित है. सेलरहा पश्चिम गांव में सपा सरकार में एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनाया गया था, जिससे आस-पास के ग्रामीणों का इलाज किया जाता था. सूबे में सरकार बदलने के बाद ग्रामीणों के समुचित इलाज मिल सके, इसके लिए जिला प्रशासन ने इस अस्पताल को आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत संचालित करना शुरू कर दिया. यहां पास डॉक्टर फार्मेसिस्ट एएनएम समेत अन्य स्टाफ की तैनाती की गई, लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि इस हॉस्पिटल में डॉक्टरों व अन्य स्टाफ के न आने से उन्हें समुचित इलाज नहीं मिल पा रहा है. इस कारण उन्हें गांव से 8 किलोमीटर दूर जिला मुख्यालय मंझनपुर जाना पड़ता है.
अस्पताल में फैली गंदगी
सेलरहा पश्चिम गांव में आयुष्मान भारत योजना के तहत संचालित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में साफ-सफाई की कोई भी व्यवस्था नहीं है. अस्पताल परिसर के अंदर काफी गंदगी फैली हुई है. ग्रामीणों के मुताबिक अस्पताल परिसर में सफाईकर्मी के न होने की वजह से साफ-सफाई की कोई व्यवस्था नहीं की गई है.
अस्पताल में गंदे पड़े हुए हैं बेड
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सेलरहा पश्चिम के वार्ड में मरीजों के इलाज को भर्ती करने के लिए बेड तो लगाया गया है, लेकिन देखरेख के अभाव में बेड गंदे पड़े हुए हैं. इतना ही नहीं वार्ड के अधिकतर खिड़कियां दरवाजे भी टूटे हुए हैं. इस गंदगी के चलते ग्रामीण यहां पर इलाज कराने से कतरा रहे हैं.नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सेलरहा पश्चिम में तैनात फार्मासिस्ट वीरेंद्र सिंह के मुताबिक रविवार को अरोग्य सेतु मेला के कारण डॉक्टर साहब छुट्टी पर हैं. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि अन्य स्टाफ भी छुट्टी पर हैं. साफ-सफाई के बारे में पूछने पर उन्होंने बताया कि यहां सफाईकर्मी की तैनाती न होने से सफाई नहीं हो पा रही है.
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