कौशांबीः नरसिंहानंद सरस्वती के बयान पर मुस्लिम समाज के लोगों ने आक्रोश जताया है. बुधवार को मुस्लिम समाज के लोगों ने मौलाना मोहम्मद याकूब की अगुवाई में जिलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा और नरसिंहानंद के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. मुस्लिम समाज के लोगों ने कहा कि कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन किया जाएगा.
दिल्ली में की थी आपत्तिजनक टिप्पणी
गाजियाबाद स्थित मंदिर में लड़के की पिटाई का वीडियो वायरल होने के बाद अपने बयानों को लेकर चर्चित हुए नरसिंहानंद सरस्वती एक बार फिर अपने बयान को लेकर चर्चा में हैं. दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए नरसिंहानंद सरस्वती ने कथित तौर पर इस्लाम और पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. इसके बाद से ही मुस्लिम धर्मगुरुओं समेत अन्य लोगों में भारी आक्रोश है. वहीं यूपी के डिप्टी सीएम केशव मौर्या के गृह जनपद कौशांबी में भी बुधवार को मौलाना मोहम्मद याकूब के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट पहुंचे लोगों ने जिलाधिकारी अमित कुमार सिंह को एक ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में नरसिंहानंद सरस्वती पर मुकदमा दर्ज करने की मांग की.
हिन्दू-मुस्लिम एकता को नष्ट करने का आरोप
मौलाना मोहम्मद याकूब ने कहा कि नरसिंहानंद सरस्वती ने हजरत मोहम्मद साहब की शान में गुस्ताखी की है. इसी बात को लेकर उनके खिलाफ पूर्व में भी एफआईआर दर्ज हो चुकी है. बावजूद इसके उनका रवैया सुधर नहीं रहा है. वो सिर्फ और सिर्फ देश की एकता- अखंडता खराब करना चाहते हैं. हिंदू-मुस्लिम एकता में जहर घोलना चाहते हैं. ऐसा करने वालों के खिलाफ सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए.
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बैठक में निंदा
नरसिंहानंद सरस्वती पर अभी तक कार्रवाई नहीं होने पर मुस्लिमों ने नाराजगी व्यक्त की है. बुधवार को ही करारी कस्बा स्थित मदरसा जामिया इमदादुल उलूम में भी मुस्लिम समाज के सभ्रांत लोगों ने बैठक की. इसमें भी नरसिंहानंद सरस्वती के बयान की कड़ी निंदा की गई.