कौशांबी: यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या के गृह जनपद में रहस्यमयी बुखार की दस्तक से ग्रामीण परेशान हैं. इस गांव में बुखार पीड़ितों की संख्या बढ़ने पर जिला प्रशासन के अधिकारी सक्रिय हुए. मुख्य चिकित्साधिकारी का कहना है कि इस गांव में पिछले तीन दिन से टीम को भेजा जा रहा है.
ग्रामीणों के अनुसार मंझनपुर तहसील के भटवरिया गांव में 50 से अधिक लोग बुखार से पीड़ित हैं. इस गांव के चारों तरफ गंदगी का अंबार है. प्राथमिक विद्यालय के चारों तरफ जलभराव है और गंदगी फैली हुई है. बच्चों के बीमार पड़ने की जानकारी मिलने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में पहुंची. ग्रामीणों का आरोप है कि ये टीम खाली खानापूर्ति करके वापस चली गयी. गांव की आबादी 6 हजार के करीब है. गांव में शनिवार को बच्चे प्राइमरी पाठशाला में पढ़ने गए थे. आरोप है कि कोरोना महामारी से बचाव के लिए अध्यापकों ने सैनिटाइजेशन कराया था, जिसके बाद घर पहुंचकर छात्र-छात्राओं को चक्कर आने, उल्टी लगने और सिर दर्द की समस्या हुई.
रविवार में दोपहर बाद गांव के कई बच्चों को बुखार हो गया. शाम होते-होते गांव में बुखार पीड़ित बच्चों की संख्या बढ़ने लगी. मौजूदा समय में करीब 48 बच्चे बुखार से पीड़ित बताए जा रहे हैं. अचानक फैले इस रहस्यमय बुखार से ग्रामीण डरे हुए हैं. जानकारी मिलने पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बारा के चिकित्सक अपनी टीम के साथ गांव में पहुंचे और पीड़ित लोगों को दवाएं दीं.
भटपुरवा गांव के प्राथमिक विद्यालय और गांव के अंदर काफी गंदगी फैली हुई है. ईटीवी भारत की टीम जब प्राइमरी स्कूल पहुंची तो गेट पर कीचड़ दिखा. उसमें मच्छर के लार्वा तैर रहे थे. स्कूल परिसर के अंदर भी जलभराव और गंदगी दिखी. ग्रामीणों के मुताबिक स्कूल परिसर के चारों तरफ जलभराव और गंदगी है. कहीं भी सफाई की कोई व्यवस्था नहीं है.
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सीएमओ कमल चन्द्र राय ने इस बुखार को वायरल बताया. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में जा रही है. डॉक्टरों की टीम ने कुछ बच्चों की डेंगू, मलेरिया और कोरोना की एंटीजन जांच की थी, जिसमें बच्चे निगेटिव निकले. इनके सैंपल जांच के लिए लैब भेजे जा रहे हैं. लैब से रिपोर्ट आने के बाद ही बच्चे की बीमार का कारण पता चलेगा. अभी सभी बच्चों का इलाज घर पर ही हो रहा है. टीम ने स्कूल परिसर में दवा का छिड़काव किया तथा करीब 16 बच्चों को दवा वितरित की गयी.