कौशांबी: मंझनपुर थाना क्षेत्र में मंगलवार को एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान युवक की मौत हो गई. युवक की सूचना मिलते ही अक्रोशित परिजनों ने अस्पताल में तोड़फोड़ करने की कोशिश करते हुए हंगामा करने लगे. सूचना पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को समझा बुझाकर मामले को शांत कराया. हालांकि, पुलिस ने कहा कि तहरीर मिलने के बाद आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र स्थित एक निजी अस्पताल में कादीपुर निवासी रामप्रसाद पीडब्ल्यूडी के प्रांतीय खंड में बेलदार पद पर तैनात थे. भाई शिव प्रसाद ने बताया कि बड़े भाई राम प्रसाद सड़क हादसे में शनिवार को घायल हो गए थे. उन्हें कंधे में चोट लगी थी. रविवार को राम प्रसाद खुद चलकर समदा स्थित निजी अस्पताल पहुंचे थे. अस्पताल के डॉक्टरों ने राम प्रसाद की हालत गंभीर बताकर उन्हें भर्ती कर लिया. सोमवार की रात रामप्रसाद के कंधे का ऑपरेशन किया गया. ऑपरेशन के दौरान रामप्रसाद ने दम तोड़ दिया. अस्पताल के डॉक्टरों ने मंगलवार की सुबह राम प्रसाद के मौत की खबर परिजनों को दी. मौत की खबर मिलते ही परिवार के लोगों ने आक्रोशित होकर तोड़फोड़ करने की कोशिश की. इसके साथ ही अस्पताल परिसर में हंगामा करना शुरू कर दिया. परिजनों ने आरोप लगाया कि डॉ स्नेह ने मरीज का गलत इलाज किया है. इसकी वजह से मौत हुई है. पूछने पर डॉक्टर उनसे माफी मांग रहे हैं. सूचना पर पहुंची पुलिस ने हंगामा कर रहे परिजनों को शांत कराया. इसके साथ ही शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
बता दें कि इससे पहले भी इसी निजी अस्पताल में मृतक युवती के परिजनों को एंबुलेंस उपलब्ध नहीं कराई गई थी. जिस पर युवती के परिजन शव को बाइक पर ले जाने को मजबूर हुए थे. लेकिन, जिला प्रशासन ने इस पूरे मामले में अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है. इंस्पेक्टर मंझनपुर संतोष शर्मा ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर कानूनी कार्रवाई की जा रही है. परिवार की तरफ से पुलिस में कोई तहरीर नहीं दी गई है. तहरीर मिलने के बाद आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
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