कौशांबी: सोमवार को कौशांबी जिले में एक व्यक्ति की इलाज के दौरान मौत हो गई. आरोप है कि झोला छाप डॉक्टर ने व्यक्ति का गलत इलाज किया था. मौत होने के बाद परिजनों ने सड़क पर शव को रखकर इंसाफ की गुहार लगाई. मौके पर पहुंचे सीओ ने परिजनों को समझा बुझाकर मामला शांत कराया. लगभग डेढ़ घंटे बाद चक्का जाम समाप्त हुआ. घटना सैनी कोतवाली क्षेत्र के करनपुर सैराई गांव की है.
वहां पर मलाक सद्दी गांव की रहने वाली पुष्पा देवी ने सोमवार शाम को सैनी कोतवाली में एक तहरीर देते हुए बताया कि गांव के रहने वाले हरि ओम और मोहित न्यू सरस्वती अस्पताल में काम करते हैं. पति अंजन उर्फ लालता को पैर में फोड़ा था. दर्द ज्यादा होने पर हरिओम को घर बुलाया गया. आरोप है कि हरिओम और मोहित घर पहुंचे और उसके पति को एक इंजेक्शन लगाया. इंजेक्शन लगते ही पति की हालत बिगड़ने लगी. हालत बिगड़ता देख दोनों अंजन को लेकर न्यू सरस्वती अस्पताल पहुंचे.
वहां पर डाक्टरों ने अंजन को मृत (Man died due to quack doctor treatment in Kaushambi) घोषित कर दिया. इसके बाद परिजन गलत इलाज का आरोप लगाकर हंगामा करने लगे. इतना ही नहीं परिजनों ने सड़क पर शव को रखकर चक्का जाम कर दिया. हंगामा और चक्का जाम की सूचना मिलने पर सिराथू सीओ और तहसीलदार पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए. काफी समझाने बुझाने के बाद परिजन शांत हुए. तब कहीं जाकर चक्का जाम समाप्त हुआ.
घंटों मेन सड़क जाम रहने के कारण राहगीरों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. वहीं पुलिस ने परिजनों की तहरीर के आधार पर संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया. सीओ सिराथू अवधेश शर्मा के मुताबिक सैनी पुलिस को सूचना मिली कि गांव में झोलाछाप डॉक्टर ने एक व्यक्ति का इलाज किया था. उसकी हालत बिगड़ने पर अस्पताल लाया गया. वहां उसकी मौत हो गई है.
सीओ सिराथू अवधेश शर्मा ने कहा कि परिजन शव को सड़क पर रखकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थी. मौके पर पहुंचकर लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया. परिजनों की तहरीर प्राप्त हो गई है. मामले में मुकदमा दर्ज कर आवश्यक विधिक कार्रवाई की जाएगी. (UP News in Hindi)