कौशांबी: जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में मतदान से कुछ घंटे पूर्व बेहद नाटकीय घटनाक्रम में चुनाव स्थगित कर दिया गया. अधिकारियों का कहना था कि राज्य निर्वाचन आयोग की तरफ से जारी सूचना के तहत निर्वाचन प्रक्रिया स्थगित की गई है. चुनाव स्थगित किए जाने के बाद अध्यक्ष पद की उम्मीदवार मधु वाचस्पति के साथ डेढ़ दर्जन नाराज सदस्य जिलाधिकारी दफ्तर पहुंचे. जहां उन्होंने चुनाव निरस्त किए जाने का वाजिब कारण जानना चाहा. मधु वाचस्पति का आरोप है कि बिना किसी पूर्व सूचना के मतदान से कुछ घंटे पूर्व चुनाव प्रक्रिया निरस्त किया जाना नियमानुसार सही नहीं है. वहीं मधु वाचस्पति के अधिवक्ता का कहना कि वह हाईकोर्ट में अपील करेंगे.
- जिला पंचायत चुनाव को लेकर कई दिन से सरगर्मियां तेज थीं.
- दो दिन पूर्व जिले के भाजपा सांसद विनोद सोनकर, सिराथू विधायक शीतला प्रसाद ने डीएम से मिलकर कुछ वायरल वीडियो उन्हें सौंपा था.
- वायरल वीडियो में कुछ सदस्यों को रुपये दिए जा रहे थे.
- वायरल वीडियो में चुनाव प्रक्रिया में खरीद-फरोख्त की बात की जा रही है.
- इस वीडियो के आधार पर भाजपा सांसद और विधायकों ने चुनाव निरस्त किए जाने की मांग की थी.
- सांसद और विधायक की मांग पर उत्तर प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग ने वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए चुनाव प्रक्रिया स्थगित कर दी.
- 11 बजे जब जिला पंचायत सदस्य मतदान डालने के लिए कलेक्ट्रेट पहुंचे तब उन्हें निर्वाचन प्रक्रिया स्थगित किए जाने की जानकारी हुई.
- जिस पर अध्यक्ष पद की प्रत्याशी मधु वाचस्पति नाराज हो गईं और सदस्यों के साथ डीएम कार्यालय पहुंची.
- जहां डेढ़ दर्जन नाराज सदस्यों ने डीएम से चुनावी प्रक्रिया स्थगित किए जाने का वाजिब कारण पूंछा.
अपने सदस्यों के साथ मतदान करने आई हुई थी, जिसके बाद हमे चुनाव प्रक्रिया स्थगित किए जाने की जानकारी हुई. जब हमने इस विषय में डीएम से जानकारी चाहिए तो उन्होंने कुछ भी जानकारी नहीं दी. वह निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव प्रक्रिया स्थगित किए जाने की बात कह रहे हैं. उन्होंने अभी तक कोई भी लेटर चुनाव आयोग का नहीं दिखाया है. पता नहीं किस दबाव के कारण यह चुनाव प्रक्रिया स्थगित की गई है.
-मधु वाचस्पति, प्रत्याशी, जिला पंचायत अध्यक्ष
मधु वाचस्पति के अधिवक्ता विनोद कुमार कुशवाहा के मुताबिक जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव की प्रक्रिया अचानक रोके जाने के खिलाफ वह हाईकोर्ट जाएंगे और वहां जाकर अपील करेंगे. उन्हें विश्वास है कि वहीं से उनको न्याय मिलेगा.
सांसद और विधायकों द्वारा उनसे शिकायत की गई थी कि सदस्यों को ही खरीद-फरोख्त की जा रही है. इस संबंध में कुछ वीडियो भी सौपें गए थे. इस पूरे मामले की जानकारी उन्होंने राज्य निर्वाचन आयोग को दी थी. राज्य निर्वाचन आयोग के आदेश के बाद निर्वाचन प्रक्रिया स्थगित की गई है. निर्वाचन आयोग के अगले आदेश के बाद पुनः कार्रवाई की जाएगी.
-मनीष कुमार वर्मा, जिलाधिकारी, कौशांबी