कौशांबी: उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल शुक्रवार को कौशाम्बी पहुंचीं. उन्होंने कड़ाधाम स्थित माता शीतला की पूजा अर्चना की. इसके बाद वह आंगनबाड़ी केंद्र का निरीक्षण करने के लिए पहुंची. जहां उन्होंने प्रदेश की जनता से आह्वान किया कि वह स्वस्थ भारत के निर्माण में आगे आकर आंगनबाड़ी के केंद्रो को समृद्ध बनाएं.
इसके लिए उन्हें अपने परिवार की छोटी-छोटी खुशियों पर होने वाले खर्च को होटलों में खर्च करने के स्थान पर आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों पर खर्च करने के लिए कहा. राज्यपाल ने खुद व राज्य विश्वविद्यालय सहयोग से 120 से अधिक किट जनपद के आंगनबाड़ी केंद्र को दिए. इस मौके पर उन्होंने गुजरात प्रांत के पीएम मॉडल की खुलकर तारीफ की.
कौशाम्बी जिले के दौरे के दूसरे दिन शुक्रवार को राज्यपाल आनंदी बेन पटेल सुबह 9 बजे अपने तय कार्यक्रम के तहत शक्तिपीठ मां शीतला कड़ाधाम के दर्शन पूजन को पहुंचीं. यहां उन्होंने मां शीतला की आरती उतारी और विधि विधान से पूजा अर्चना की. इसके बाद वह थूलगुला गांव के प्राइमरी स्कूल पहुंचीं. जहां हुए भव्य कार्यक्रम में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आगनबाड़ी के बच्चों से मिलकर उन्हें पोषण पोटली दी. बच्चों को चॉकलेट देकर उन्होंने उनके स्वास्थ्य का हाल जाना. राज्यपाल बच्चों के बीच मातृत्व भाव में दिखाई पड़ीं.
स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने पीएम मोदी के गुजरात मॉडल का जिक्र किया. जिसमें उन्होंने बच्चों को स्वस्थ स्वच्छ और शिक्षित बनाने पर जोर दिया. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने प्रदेश की आम जनता से आह्वान किया कि वह आंगनबाड़ी केंद्रों के विकास के लिए आगे आएं. इसके लिए उन्होंने कहा कि हर परिवार जन्मदिन मैरिज एनिवर्सरी मानते हैं. इसके लिए वह होटलों में जाकर खर्च करते हैं. जिसमें वह रुपए देते हैं.
होटलों में खाना खाने से पेट खराब होता है. जबकि लोगों को अब अपनी छोटी-छोटी खुशियों को आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों के बीच आकर मनानी चाहिए. खर्च कर आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों के लिए सुविधाएं मुहैया करानी चाहिए. राज्यपाल ने राज्य विश्वविद्यालय रज्जू भैया के वाइस चांसलर अखिलेश सिंह से आह्वान किया कि वह आंगनबाड़ी केंद्र पर रिसर्च कराएं, ताकि एक अच्छा माहौल विकसित हो. क्योंकि जब बच्चों का बचपन स्वस्थ रहेगा तो वह बीमारियों से दूर रहेंगे, जिससे स्वस्थ राष्ट्र हो सकेगा.
राज्यपाल ने इसके लिए संविधान में दिए गए अधिकार का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि संविधान में इस बात का उल्लेख है कि बच्चों को जन्म देने के बाद उसकी शिक्षा और सुंदर जीवन यापन में मदद करना माता पिता की जिम्मेदारी है. ऐसा न करने पर माता पिता को सजा दिए जाने का प्रावधान है. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कार्यक्रम में शामिल होने के बाद जिला जेल का निरीक्षण किया. जहां उन्होंने महिला कैदियों से मिलकर उनका हाल-चाल जाना और उनको मिलने वाली सुविधाओं के बारे में पूछताछ किया. इसके बाद वह सीधा जिला अस्पताल पहुंचीं, जहां उन्होंने एनआरसी में भर्ती बच्चों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली. इसके साथ ही उन्होंने महिला मरीजों को फल वितरित किए.