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शॉर्ट सर्किट से फर्नीचर गोदाम के लगी भीषण आग, डेढ़ करोड़ का सामान जलकर राख - फर्नीचर गोदाम में शॉर्ट सर्किट से लगी आग

कौशांबी में एक फर्नीचर गोदाम में मंगलवार देर रात शॉर्ट सर्किट से आग लग गई. आग लगने से आसपास खड़ी गाड़ियां जलकर राख हो गईं. आग लगने से डेढ़ करोड़ रुपये का सामान जलकर राख हो गया.

कौशांबी
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Published : Jun 21, 2023, 6:54 AM IST

कौशांबी: जिला मुख्यालय मंझनपुर कस्बे से सटे पेट्रोल पंप के सामने फर्नीचर गोदाम में मंगलवार देर रात शॉर्ट सर्किट से आग लग गई. आग लगने से आसपास खड़े चार पहिया व दो पहिया वाहन जलकर राख हो गए. फर्नीचर गोदाम में लगी आग ने निजी अस्पताल की बिल्डिंग को भी चपेट में ले लिया. आग को काबू करने के लिए दमकल की 8 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं. घंटों प्रयास के बाद आग पर काबू पाया जा सका. आग लगने से डेढ़ करोड़ का सामान जलकर राख हो गया. वहीं, पीड़ित ने अग्निशमन की गाड़ियों के देर से पहुंचने का आरोप लगाया है.

मंझनपुर थाना क्षेत्र के स्थानीय कस्बे के करारी मंझनपुर रोड पर एमएस फिलिंग सेंटर है. इसके ठीक सामने मंझनपुर कस्बे के रहने वाले मोहम्मद हसीब ने नाज फर्नीचर के नाम से फर्नीचर का शोरूम और गोदाम बना रखा है. फर्नीचर गोदाम मालिक मोहम्मद हसीब के मुताबिक, रात करीब 11 बजे बिजली के तार से चिंगारी उठी. जो सीधे पोल के नीचे खड़ी सीएनजी चार पहिया वाहन पर गिरी और वाहन को अपनी चपेट में ले लिया. जब तक लोग कुछ समझ पाते आग ने पास की फर्नीचर की दुकान को भी अपनी चपेट में ले लिया. आग से फर्नीचर का गोदाम धू-धू कर जलने लगा. बेकाबू होती आग को देखकर गोदाम मालिक ने पुलिस सहित फायर ब्रिगेड को घटना की जानकारी दी.

आरोप है कि पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लोगों के बचाव के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया, जबकि फायर ब्रिगेड के अधिकारी और कर्मचारियों ने फोन तक नहीं उठाया. काफी देर प्रयास करने के बाद गोदाम मालिक ने अपने छोटे भाई को फायर स्टेशन भेजा. इसके बाद दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग बुझाने का काम शुरू किया गया. काफी देर प्रयास के बाद जब आग काबू नहीं हो सकी तो आसपास के फायर ब्रिगेड स्टेशन और प्रयागराज से दमकल की गाड़ियां बुलवाई गईं. मौके पर पहुंची दमकल की आठ गाड़ियों ने जबतक आग को काबू में किया, तब तक आग ने गोदाम से सटे निजी हॉस्पिटल की बिल्डिंग को भी प्रभावित करना शुरू कर दिया, जिससे निजी अस्पताल के मरीज भी प्रभावित हुए. हालांकि, समय रहते उन्हें बाहर निकाल कर सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया, जिससे किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई. गोदाम मालिक मोहम्मद हसीब का आरोप है कि यदि फायर ब्रिगेड गाड़ियां समय से आतीं तो आग को पहले ही काबू में किया जा सकता था और करोड़ों के नुकसान को बचाया जा सकता था. वहीं, आग लगने की घटना की जानकारी मिलते ही डीएम सुजीत कुमार और एसपी बृजेश श्रीवास्तव मौके पर पहुंचे.

पुलिस अधीक्षक बृजेश श्रीवास्तव के मुताबिक, मंझनपुर कस्बे में औसा रोड पर एक फर्नीचर की दुकान है. जिसमें शॉर्ट सर्किट के चलते आग लग गई. इसके बगल में एक प्राइवेट हॉस्पिटल की बिल्डिंग की एक दीवार भी आग की चपेच में आ गई थी, जिसे समय रहते काबू कर लिया गया. हॉस्पिटल में तीन पेशेंट थे, जिन्हें सकुशल निकाल कर दूसरे हॉस्पिटल में भेज दिया गया. आग पर पूरी तरह से कंट्रोल कर लिया गया है. आग लगने के सही कारणों का पता कर आगे की कार्रवाई की जाएगी. फायर ब्रिगेड के देरी से पहुंचने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह आरोप गलत है. जैसे ही सूचना मिली हम लोग तुरंत मौके पर पहुंचे और आग को काबू में किया.

यह भी पढ़ें: बिजली आपूर्ति व्यवस्था को लेकर सड़कों पर उतरेगा रालोद, सभी जिला मुख्यालयों पर होगा प्रदर्शन

कौशांबी: जिला मुख्यालय मंझनपुर कस्बे से सटे पेट्रोल पंप के सामने फर्नीचर गोदाम में मंगलवार देर रात शॉर्ट सर्किट से आग लग गई. आग लगने से आसपास खड़े चार पहिया व दो पहिया वाहन जलकर राख हो गए. फर्नीचर गोदाम में लगी आग ने निजी अस्पताल की बिल्डिंग को भी चपेट में ले लिया. आग को काबू करने के लिए दमकल की 8 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं. घंटों प्रयास के बाद आग पर काबू पाया जा सका. आग लगने से डेढ़ करोड़ का सामान जलकर राख हो गया. वहीं, पीड़ित ने अग्निशमन की गाड़ियों के देर से पहुंचने का आरोप लगाया है.

मंझनपुर थाना क्षेत्र के स्थानीय कस्बे के करारी मंझनपुर रोड पर एमएस फिलिंग सेंटर है. इसके ठीक सामने मंझनपुर कस्बे के रहने वाले मोहम्मद हसीब ने नाज फर्नीचर के नाम से फर्नीचर का शोरूम और गोदाम बना रखा है. फर्नीचर गोदाम मालिक मोहम्मद हसीब के मुताबिक, रात करीब 11 बजे बिजली के तार से चिंगारी उठी. जो सीधे पोल के नीचे खड़ी सीएनजी चार पहिया वाहन पर गिरी और वाहन को अपनी चपेट में ले लिया. जब तक लोग कुछ समझ पाते आग ने पास की फर्नीचर की दुकान को भी अपनी चपेट में ले लिया. आग से फर्नीचर का गोदाम धू-धू कर जलने लगा. बेकाबू होती आग को देखकर गोदाम मालिक ने पुलिस सहित फायर ब्रिगेड को घटना की जानकारी दी.

आरोप है कि पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लोगों के बचाव के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया, जबकि फायर ब्रिगेड के अधिकारी और कर्मचारियों ने फोन तक नहीं उठाया. काफी देर प्रयास करने के बाद गोदाम मालिक ने अपने छोटे भाई को फायर स्टेशन भेजा. इसके बाद दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग बुझाने का काम शुरू किया गया. काफी देर प्रयास के बाद जब आग काबू नहीं हो सकी तो आसपास के फायर ब्रिगेड स्टेशन और प्रयागराज से दमकल की गाड़ियां बुलवाई गईं. मौके पर पहुंची दमकल की आठ गाड़ियों ने जबतक आग को काबू में किया, तब तक आग ने गोदाम से सटे निजी हॉस्पिटल की बिल्डिंग को भी प्रभावित करना शुरू कर दिया, जिससे निजी अस्पताल के मरीज भी प्रभावित हुए. हालांकि, समय रहते उन्हें बाहर निकाल कर सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया, जिससे किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई. गोदाम मालिक मोहम्मद हसीब का आरोप है कि यदि फायर ब्रिगेड गाड़ियां समय से आतीं तो आग को पहले ही काबू में किया जा सकता था और करोड़ों के नुकसान को बचाया जा सकता था. वहीं, आग लगने की घटना की जानकारी मिलते ही डीएम सुजीत कुमार और एसपी बृजेश श्रीवास्तव मौके पर पहुंचे.

पुलिस अधीक्षक बृजेश श्रीवास्तव के मुताबिक, मंझनपुर कस्बे में औसा रोड पर एक फर्नीचर की दुकान है. जिसमें शॉर्ट सर्किट के चलते आग लग गई. इसके बगल में एक प्राइवेट हॉस्पिटल की बिल्डिंग की एक दीवार भी आग की चपेच में आ गई थी, जिसे समय रहते काबू कर लिया गया. हॉस्पिटल में तीन पेशेंट थे, जिन्हें सकुशल निकाल कर दूसरे हॉस्पिटल में भेज दिया गया. आग पर पूरी तरह से कंट्रोल कर लिया गया है. आग लगने के सही कारणों का पता कर आगे की कार्रवाई की जाएगी. फायर ब्रिगेड के देरी से पहुंचने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह आरोप गलत है. जैसे ही सूचना मिली हम लोग तुरंत मौके पर पहुंचे और आग को काबू में किया.

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