कौशांबी: जिले के ज्यादातर गांवों में सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाएं अभी तक नहीं पहुंच सकी हैं. इन गांवों में भ्रष्टाचार के चलते शौचालय आज भी अधूरे पड़े हैं. अधिकतर जरूरतमंदों को शौचालयों का लाभ भी नहीं मिला है. गांव में सड़क, पानी और नाली जैसी मूलभूत सुविधाओं से लोग वंचित हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि सफाई कर्मी के गांव में न आने से नालियां बज बजा रही है. लॉकडाउन के दौरान जिन भी मजदूरों को मनरेगा के तहत काम दिया गया था उनकी मजदूरी भी नहीं दी गई. शिकायत के बाद भी अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं.
थाम्भा गांव में मूलभूत सुविधाओं की कमी, ग्रामीणों पूछ रहे - 'कब होगा विकास'
कौशांबी के थाम्भा गांव में मूलभूत सुविधाओं न होने से लोग परेशान हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि सफाई कर्मी के गांव में न आने से नालियां बज बजा रही है. लोगों को अभी तक मनरेगा के तहत किए गए कामों की मजदूरी भी नही दी गई है.
कौशांबी: जिले के ज्यादातर गांवों में सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाएं अभी तक नहीं पहुंच सकी हैं. इन गांवों में भ्रष्टाचार के चलते शौचालय आज भी अधूरे पड़े हैं. अधिकतर जरूरतमंदों को शौचालयों का लाभ भी नहीं मिला है. गांव में सड़क, पानी और नाली जैसी मूलभूत सुविधाओं से लोग वंचित हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि सफाई कर्मी के गांव में न आने से नालियां बज बजा रही है. लॉकडाउन के दौरान जिन भी मजदूरों को मनरेगा के तहत काम दिया गया था उनकी मजदूरी भी नहीं दी गई. शिकायत के बाद भी अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं.