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कौशांबी: भर्ती घोटाला मामले में कपिल मुनि करवरिया और अन्य तीन के खिलाफ केस दर्ज

यूपी के कौशांबी में 2004-05 और 2009 में जिला पंचायत के रिक्त पदों पर भर्ती में घोटाले को लेकर कपिल मुनि करवरिया और अन्य तीन के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. केस दर्ज करने के बाद इस मामले की जांच पुलिस अधीक्षक कौशांबी अभिनंदन ने क्षेत्राधिकारी मंझनपुर सच्चिदानंद पाठक को सौंपी है.

जिला पंचायत के पदों पर भर्ती में हुई थी अनियमितताएं
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Published : Nov 15, 2019, 3:28 PM IST

कौशांबी: जिले में जिला पंचायत के रिक्त पदों पर भर्ती में अनियमितताओं को लेकर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष कपिलमुनि करवरिया और मधुपति समेत 2 लोगों के खिलाफ मंझनपुर कोतवाली में केस दर्ज किया गया है. वर्ष 2004-05 में आधा दर्जन से अधिक रिक्त पदों पर भर्ती के लिए विज्ञप्ति जारी हुई थी.

भर्ती में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए दर्जनभर से अधिक अभ्यर्थियों ने शासन में इसकी शिकायत की थी. इस मामले में शासन ने जांच सतर्कता अधिष्ठान को सौंपी थी. सतर्कता अधिष्ठान की जांच रिपोर्ट के बाद शासन के आदेश पर गुरुवार को एफआईआर दर्ज की गई. इस मामले की जांच एसपी ने सीओ मंझनपुर को सौंपी है.

जिला पंचायत के पदों पर भर्ती में हुई थी अनियमितताएं.
जिला पंचायत के पदों पर भर्ती में हुई थी अनियमितताएं
जिला पंचायत कौशांबी की तरफ से वर्ष 2004-05 में 6 से अधिक रिक्त पदों पर भर्तियों की विज्ञप्ति जारी हुई थी. तब जिला पंचायत अध्यक्ष कपिल मुनि करवरिया थे. भर्ती में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए 12 से अधिक अभ्यर्थियों ने इसकी शिकायत की थी.

वर्ष 2013 में मामला पुलिस अधीक्षक सतर्कता अधिष्ठान प्रयागराज को सौंपा गया. प्रकरण की जांच के दौरान वर्ष 2009 में चतुर्थ श्रेणी के पदों पर भर्ती में घोटाले की बात सामने आई. उस समय मधुपति पत्नी वाचस्पति जिला पंचायत अध्यक्ष थी. इस मामले मामले में सुशीला देवी पत्नी नंदलाल निवासी पूरामुक्ति और श्रीपाल निवासी अर्का फतेहपुर करारी भी आरोपी बनाए गए हैं.

दो पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष समेत अन्य दो पर मुकदमा दर्ज
सतर्कता अधिष्ठान के अफसरों ने जांच रिपोर्ट हाल में ही शासन को सौंपी थी. विशेष सचिव ब्रजनंदन लाल का आदेश मिलने के बाद वादी मुकदमा मंझनपुर कोतवाली में कपिल मुनि करवरिया, मधुपति, सुशीला देवी और श्रीपाल के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है. केस दर्ज करने के बाद पुलिस अधीक्षक कौशांबी अभिनंदन ने पूरे मामले की जांच क्षेत्राधिकारी मंझनपुर सच्चिदानंद पाठक को सौंपी है.

शासन के आदेश के बाद 2004-05 और 2009 में भर्ती घोटाले को लेकर मंझनपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है. इस मुकदमे में 4 लोग आरोपी बनाए गए हैं. मामले की जांच क्षेत्राधिकारी मंझनपुर सच्चिदानंद पाठक को सौंपी गई है.
-अभिनन्दन, पुलिस अधीक्षक

कौशांबी: जिले में जिला पंचायत के रिक्त पदों पर भर्ती में अनियमितताओं को लेकर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष कपिलमुनि करवरिया और मधुपति समेत 2 लोगों के खिलाफ मंझनपुर कोतवाली में केस दर्ज किया गया है. वर्ष 2004-05 में आधा दर्जन से अधिक रिक्त पदों पर भर्ती के लिए विज्ञप्ति जारी हुई थी.

भर्ती में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए दर्जनभर से अधिक अभ्यर्थियों ने शासन में इसकी शिकायत की थी. इस मामले में शासन ने जांच सतर्कता अधिष्ठान को सौंपी थी. सतर्कता अधिष्ठान की जांच रिपोर्ट के बाद शासन के आदेश पर गुरुवार को एफआईआर दर्ज की गई. इस मामले की जांच एसपी ने सीओ मंझनपुर को सौंपी है.

जिला पंचायत के पदों पर भर्ती में हुई थी अनियमितताएं.
जिला पंचायत के पदों पर भर्ती में हुई थी अनियमितताएं
जिला पंचायत कौशांबी की तरफ से वर्ष 2004-05 में 6 से अधिक रिक्त पदों पर भर्तियों की विज्ञप्ति जारी हुई थी. तब जिला पंचायत अध्यक्ष कपिल मुनि करवरिया थे. भर्ती में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए 12 से अधिक अभ्यर्थियों ने इसकी शिकायत की थी.

वर्ष 2013 में मामला पुलिस अधीक्षक सतर्कता अधिष्ठान प्रयागराज को सौंपा गया. प्रकरण की जांच के दौरान वर्ष 2009 में चतुर्थ श्रेणी के पदों पर भर्ती में घोटाले की बात सामने आई. उस समय मधुपति पत्नी वाचस्पति जिला पंचायत अध्यक्ष थी. इस मामले मामले में सुशीला देवी पत्नी नंदलाल निवासी पूरामुक्ति और श्रीपाल निवासी अर्का फतेहपुर करारी भी आरोपी बनाए गए हैं.

दो पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष समेत अन्य दो पर मुकदमा दर्ज
सतर्कता अधिष्ठान के अफसरों ने जांच रिपोर्ट हाल में ही शासन को सौंपी थी. विशेष सचिव ब्रजनंदन लाल का आदेश मिलने के बाद वादी मुकदमा मंझनपुर कोतवाली में कपिल मुनि करवरिया, मधुपति, सुशीला देवी और श्रीपाल के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है. केस दर्ज करने के बाद पुलिस अधीक्षक कौशांबी अभिनंदन ने पूरे मामले की जांच क्षेत्राधिकारी मंझनपुर सच्चिदानंद पाठक को सौंपी है.

शासन के आदेश के बाद 2004-05 और 2009 में भर्ती घोटाले को लेकर मंझनपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है. इस मुकदमे में 4 लोग आरोपी बनाए गए हैं. मामले की जांच क्षेत्राधिकारी मंझनपुर सच्चिदानंद पाठक को सौंपी गई है.
-अभिनन्दन, पुलिस अधीक्षक

Intro:कौशांबी जिले में जिला पंचायत के रिक्त पदों पर भर्ती में अनियमितताओं को लेकर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष कपिल मुनि करवरिया व मधु पति समेत चार लोगों के खिलाफ मंझनपुर कोतवाली में केस दर्ज किया गया है। वर्ष 2004-05 मैं आधा दर्जन से अधिक रिक्त पदों पर भर्ती के लिए विज्ञप्ति हुई थी। भर्ती में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए दर्जनभर से अधिक अभ्यर्थियों ने शासन तक शिकायत की थी। इस मामले में शासन ने जांच सतर्कता अधिष्ठान को सौंपी थी। सतर्कता अधिष्ठान की जांच रिपोर्ट के बाद शासन के आदेश पर गुरुवार को एफ आई आर दर्ज की गई मामले में जांच एसपी ने सीओ मंझनपुर को सौंपी है।


Body:जिला पंचायत कौशांबी की तरफ से वर्ष 2004-05 में आधा दर्जन से अधिक रिक्त पदों पर भर्तियां विज्ञप्ति हुई थी। कपिल मुनि करवरिया निवासी कल्याणी देवी मालवीय नगर प्रयागराज तब जिला पंचायत अध्यक्ष थे। भर्ती में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए दर्जनभर से अधिक अभ्यर्थियों ने शासन तक शिकायतें की थी। वर्ष 2013 में मामला पुलिस अधीक्षक सतर्कता अधिष्ठान प्रयागराज को सौंपा गया। प्रकरण की जांच के दौरान वर्ष 2009 में चतुर्थ श्रेणी के पदों पर भर्ती में घोटाले की बात सामने आई। उस समय मधुपति पत्नी वाचस्पति निवासी जयंतीपुर प्रयागराज जिला पंचायत अध्यक्ष थी। मामले में सुशीला देवी पत्नी नंदलाल निवासी पूरामुक्ति व श्रीपाल निवासी अर्का फतेहपुर करारी भी आरोपी बनाए गए हैं। सतर्कता अधिष्ठान के अफसरों ने जांच रिपोर्ट हाल में शासन को सौंपी थी। विशेष सचिव ब्रजनंदन लाल की आदेश मिलने के बाद वादी मुकदमा मंझनपुर कोतवाली में कपिल मुनि मधुपति सुशीला देवी व श्रीपाल के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है। केस दर्ज करने के बाद पुलिस अधीक्षक कौशांबी अभिनंदन ने पूरे मामले की जांच क्षेत्राधिकारी मंझनपुर सच्चिदानंद पाठक को सौंपी है।


Conclusion:पुलिस अधीक्षक अभिनंदन के मुताबिक शासन के आदेश के बाद 2004-05 व 2009 मैं भर्ती घोटाले को लेकर मंझनपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। इस मुकदमे में 4 लोग आरोपी बनाए गए हैं। मामले की जांच मंजन खुशियों को सौंपी गई है।

बाइट-- अभिनन्दन पुलिस अधीक्षक कौशाम्बी
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