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कौशांबी: चेतावनी के बाद भी लेखपालों का प्रदर्शन, कहा- मांगें पूरी नहीं हुई तो जारी रखेंगे हड़ताल

यूपी के कौशांबी में सरकार की ओर से मिली चेतावनी के बाद भी लेखपालों ने धरना प्रदर्शन किया. लेखपालों का कहना है कि चाहे कुछ भी हो, जब तक सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती है, तब तक हड़ताल जारी रखेंगे.

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लेखपालों का विरोध प्रदर्शन.
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Published : Dec 17, 2019, 3:55 AM IST

कौशांबी: सरकार की ओर से मिली चेतावनी के बाद भी लेखपाल संघ ने प्रदेश नेतृत्व के आव्हान पर आठ सूत्रीय मांगों को लेकर जिला मुख्यालय में धरना प्रदर्शन किया. लेखपालों का कहना है कि चाहे कुछ भी हो, जब तक सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती है, तब तक हड़ताल जारी रखेंगे.

लेखपालों का विरोध प्रदर्शन.

सरकार की ओर से मिली चेतावनी के बाद लेखपाल संघ के जिलाध्यक्ष का कहना है कि सरकार उन्हें चाहे जेल में डलवा दे, लेकिन जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं करती है, तब तक वह काम पर नही लौटेंगे. सभी लेखपाल जेल जाने को तैयार हैं.

वर्ष 2012 से चली आ रही मांगों को लेकर अब तक कोई भी विचार नहीं किया गया है. सरकार की ओर से लेखपाल के प्रति धूमल रवैय्या अपनाया जा रहा है, जबकि अधिकांश सरकारी योजनाओं को लेखपालों के माध्यम से धरातल पर उतारा जाता है.

यह भी पढ़ें: लखनऊ: CAA के खिलाफ नदवा कॉलेज के छात्रों का प्रदर्शन, पुलिस ने की हवाई फायरिंग

योजनाओं को पूरा करने में लेखपालों का स्टेशनरी में हजारों रुपए खर्च हो जाता है, लेकिन सरकार लेखपालों के प्रति कोई भी ध्यान नहीं दे रही है. इसके कारण अब लेखपाल संघ धरना प्रदर्शन करने को मजबूर हैं. यदि सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती है, तो वह सड़क पर उतरकर आंदोलन करने को भी तैयार हैं.

लेखपाल संघ 8 सूत्री मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहा है. इन मांगों में पुरानी पेंशन बहाली, वेतन विसंगति समेत अन्य कई मांगें शामिल हैं. सरकार लेखपालों को जेल भेजने की सोच रही है, तो लेखपाल संघ उसके लिए भी तैयार है.
रोशन लाल, जिलाध्यक्ष, लेखपाल संघ

कौशांबी: सरकार की ओर से मिली चेतावनी के बाद भी लेखपाल संघ ने प्रदेश नेतृत्व के आव्हान पर आठ सूत्रीय मांगों को लेकर जिला मुख्यालय में धरना प्रदर्शन किया. लेखपालों का कहना है कि चाहे कुछ भी हो, जब तक सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती है, तब तक हड़ताल जारी रखेंगे.

लेखपालों का विरोध प्रदर्शन.

सरकार की ओर से मिली चेतावनी के बाद लेखपाल संघ के जिलाध्यक्ष का कहना है कि सरकार उन्हें चाहे जेल में डलवा दे, लेकिन जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं करती है, तब तक वह काम पर नही लौटेंगे. सभी लेखपाल जेल जाने को तैयार हैं.

वर्ष 2012 से चली आ रही मांगों को लेकर अब तक कोई भी विचार नहीं किया गया है. सरकार की ओर से लेखपाल के प्रति धूमल रवैय्या अपनाया जा रहा है, जबकि अधिकांश सरकारी योजनाओं को लेखपालों के माध्यम से धरातल पर उतारा जाता है.

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योजनाओं को पूरा करने में लेखपालों का स्टेशनरी में हजारों रुपए खर्च हो जाता है, लेकिन सरकार लेखपालों के प्रति कोई भी ध्यान नहीं दे रही है. इसके कारण अब लेखपाल संघ धरना प्रदर्शन करने को मजबूर हैं. यदि सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती है, तो वह सड़क पर उतरकर आंदोलन करने को भी तैयार हैं.

लेखपाल संघ 8 सूत्री मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहा है. इन मांगों में पुरानी पेंशन बहाली, वेतन विसंगति समेत अन्य कई मांगें शामिल हैं. सरकार लेखपालों को जेल भेजने की सोच रही है, तो लेखपाल संघ उसके लिए भी तैयार है.
रोशन लाल, जिलाध्यक्ष, लेखपाल संघ

Intro:उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ ने प्रदेश नेतृत्व के आव्हान पर आठ सूत्रीय मांगों को लेकर कौशाम्बी जिले के लेखपालों ने जिला मुख्यालय में धरना प्रदर्शन किया। लेखपालों का कहना है कि जब तक सरकार उनकी मांगों को पूरा नही करती है तब तक वह हड़ताल जारी रखेंगे। सरकार की ओर से मिली चेतावनी के बाद लेखपाल संघ के जिलाध्यक्ष का कहना है कि सरकार उन्हें चाहे जेल में डलवा दे पर जब तक उनकी मांगों को पूरा नही करती टैब तक वह काम पर नही लौटेंगे। सभी लेखपाल जेल जाने को तैयार है। इसके पहले भी जिले भर के लेखपालों ने अपनी मांगों को लेकर अतरिक्त चार्ज का बस्ता रख दिया है। जिससे लोगो के काम आधार में लटके हुए है।


Body:कौशांबी जिले के लेखपालों ने आज मंझनपुर में डायट मैदान पर धरना प्रदर्शन किया। लेखपालों ने सरकार से आठ सूत्रीय मांग को लेकर एक हफ्ते से धरने पर है। लेखपाल एसीपी वेतन विसंगति, वेतन उच्चरण, पदोन्नति व आवागमन सहित अन्य भत्ते, राजस्व लेखपाल का पद नाम परिवर्तित आदि मांगो को लेकर धरने पर है। लेखपालों ने कहा कि वर्ष 2012 से चली आ रही मांगों को लेकर अब तक कोई भी विचार नहीं किया गया है। सरकार द्वारा लेखपाल के प्रति धूमल रवैय्या अपनाया जा रहा है। जबकि अधिकांश सरकारी योजनाओं को लेखपालों के माध्यम से धरातल पर उतारा जाता है। योजनाओं को लेखपाल द्वारा जनमानस व किसान तक सफलतापूर्वक पहुंचाई जाती है। कई योजनाओं में तो लेखपालों का स्टेशनरी में हजारों रुपए खर्च हो जाते हैं। लेकिन सरकार लेखपालों के प्रति कोई भी ध्यान नहीं दे रही है। जिसके कारण अब लेखपाल संघ धरना प्रदर्शन करने में मजबूर है। यदि सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती है तो वह सड़क पर उतर कर आंदोलन करने को भी तैयार हैं।


Conclusion:लेखपाल संघ के जिला अध्यक्ष रोशनलाल के मुताबिक लेखपाल संघ 8 सूत्री मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहा है। इन मांगों में पुरानी पेंशन बहाली, वेतन विसंगति समेत अन्य कई मांगें शामिल हैं। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार लेखपालों को जेल भेजने की सोच रही है तो लेखपाल संघ उसके लिए भी तैयार हैं।

बाइट-- रोशन लाल जिलाध्यक्ष लेखपाल संघ कौशाम्बी
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