कौशांबी: सरकार की ओर से मिली चेतावनी के बाद भी लेखपाल संघ ने प्रदेश नेतृत्व के आव्हान पर आठ सूत्रीय मांगों को लेकर जिला मुख्यालय में धरना प्रदर्शन किया. लेखपालों का कहना है कि चाहे कुछ भी हो, जब तक सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती है, तब तक हड़ताल जारी रखेंगे.
सरकार की ओर से मिली चेतावनी के बाद लेखपाल संघ के जिलाध्यक्ष का कहना है कि सरकार उन्हें चाहे जेल में डलवा दे, लेकिन जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं करती है, तब तक वह काम पर नही लौटेंगे. सभी लेखपाल जेल जाने को तैयार हैं.
वर्ष 2012 से चली आ रही मांगों को लेकर अब तक कोई भी विचार नहीं किया गया है. सरकार की ओर से लेखपाल के प्रति धूमल रवैय्या अपनाया जा रहा है, जबकि अधिकांश सरकारी योजनाओं को लेखपालों के माध्यम से धरातल पर उतारा जाता है.
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योजनाओं को पूरा करने में लेखपालों का स्टेशनरी में हजारों रुपए खर्च हो जाता है, लेकिन सरकार लेखपालों के प्रति कोई भी ध्यान नहीं दे रही है. इसके कारण अब लेखपाल संघ धरना प्रदर्शन करने को मजबूर हैं. यदि सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती है, तो वह सड़क पर उतरकर आंदोलन करने को भी तैयार हैं.
लेखपाल संघ 8 सूत्री मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहा है. इन मांगों में पुरानी पेंशन बहाली, वेतन विसंगति समेत अन्य कई मांगें शामिल हैं. सरकार लेखपालों को जेल भेजने की सोच रही है, तो लेखपाल संघ उसके लिए भी तैयार है.
रोशन लाल, जिलाध्यक्ष, लेखपाल संघ