कासगंज: जिले में जल संरक्षण एवं वर्षा जल संचयन के लिए भारत सरकार ने विशेष जल शक्ति अभियान चलाया है. इस अभियान के लिए भारत सरकार ने उपसचिव मत्स्य राकेश कुमार सिंह एवं वैज्ञानिक सत्यजीत रॉय को 8 से 10 जुलाई तक जनपद कासगंज में रहकर जल शक्ति अभियान से जुड़े अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक तथा कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करने को कहा गया है.
- विश्व में हमारे देश की जनसंख्या 17% तथा जल की उपलब्धता मात्र 4% है.
- पानी मानव जीवन की मूल आवश्यकता है.
- वर्षा का पानी यूं ही बहकर बेकार चला जाता है.
- जल संकट से उबरने के लिए जल संचयन बहुत जरूरी है.
- भारत सरकार द्वारा 1 जुलाई से 15 सितंबर 2019 तक अभियान चलाया जा रहा है.
- वर्षाकाल जल संरक्षण, जल संचयन एवं वृक्षारोपण के लिए महत्वपूर्ण समय है.
- बारिश का जो पानी सड़कों पर जमा होता है, नालियों के माध्यम से तालाबों में एकत्रित किया जाए.
क्या कहते हैं वैज्ञानिक
वैज्ञानिक सत्यजीत रॉय ने बताया कि नहरों की सिल्ट सफाई करके निकलने वाली मिट्टी बहुत उपयोगी होती है. इसे नहर के किनारों पर इकट्ठा करके करने के बजाय खेती के लिए उपयोग में लाया जाए. उन्होंने बताया कि प्लास्टिक के ड्रम उपयोग करके हम किसी प्रकार के रेनवाटर हार्वेस्टिंग को न्यूनतम खर्च में अपना सकते हैं. जिले मे बड़े स्तर पर वृक्षारोपण कराने की आवश्यकता है, जिससे वर्षा जल संचयन मे मदद मिलेगी.