कासगंजः जनपद के पटियाली ब्लॉक के एक गांव में डर के साये में लोग जीने को मजबूर हैं. गांववासियों के डर का कारण है गांव के बीचों बीच से गुजर रहे हाईटेंशन लाइन के तार, जो अक्सर टूटकर गिरते रहते हैं. तार टूटकर गिरने से कई बार बड़े हादसे होते-होते बचे हैं. इस पर ईटीवी भारत की टीम ने सोमवार को गांव में पहुंचकर लोगों की समस्याओं को प्रशासन तक पहुंचाया.
पूरा मामला पटियाली ब्लॉक के ग्राम श्रीनगला का है. यहां के ग्रामीणों को बिजली की हाइटेंशन लाइन के तारों के गिरने का हमेशा डर रहता है. हाइटेंशन लाइन का तार गांव के बीचोंबीच से होकर गया है, जो हमेशा टूटकर गिरता रहता है. कई बार तारों के टूटने से लोग बाल-बाल बचे हैं तो कई मवेशियों की अब तक मौत चुकी है.
गांव के रहने वाले धरम सिंह और ग्राम प्रधान कुलदीप का कहना है कि हाईटेंशन लाइन के तारों को बिजली विभाग द्वारा गांव के बाहर से ले जाना चाहिए था. गांव को इस लाइन से कोई फायदा नहीं है. इस हाइटेंशन लाइन से लोग परेशान हैं. लोग अपने मकान भी नहीं बना पा रहे हैं. इसकी शिकायत कई बार बिजली विभाग से की गई है. लेकिन, बिजली विभाग इस पर कोई सुनवाई नहीं कर रहा है. लड़ाई होने पर घरों की महिलाएं बिजली के तार पकड़कर मरने की धमकी देती हैं. अगर जल्द ही हाइटेंशन लाइन के तार गांव के अंदर से नहीं हटाए गए तो सभी ग्रामीण प्रदर्शन करते हुए जाम लगाएंगे.
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इस पूरे मामले पर कासगंज विद्युत विभाग के एक्सईएन अजय कुमार ने बताया कि गांव में लगे हाइटेंशन लाइन के तारों को गांव के बाहर निकालने के लिए RDSS स्कीम के अंतर्गत प्रस्ताव भेजा जा रहा है. उन्होंने कहा कि जल्द ही गांव से तार हटवाए जाएंगे.
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