कासगंज: जिले में आज से 4 वर्ष पूर्व गंगा के किनारे के बाढ़ प्रभावित इलाके में प्रशासन द्वारा बांध बनवाने का कार्य किया गया था. बांध बनाने के लिए किसानों की कई बीघा जमीन अधिग्रहित की गई थी, जिसका मुआवजा आज तक किसानों को नहीं मिला है. ऐसे में बुधवार को दर्जनों की संख्या में किसान एडीएम योगेंद्र कुमार से मिले और मुआवजा दिलाने की मांग की.
बाढ़ से नष्ट हो जाती है फसल
जिले के सबसे ज्यादा बाढ़ प्रभावित क्षेत्र पटियाली तहसील क्षेत्र के ग्राम नरदौली में किसान प्रतिवर्ष बाढ़ की विभीषिका झेलते हैं. बाढ़ के कारण सैकड़ों बीघा जमीन जलमग्न हो जाती है, जिससे किसानों की फसलें नष्ट हो जाती हैं और कई किसान बर्बादी के कगार पर पहुंच जाते हैं.
4 किमी लंबा बनाया गया बांध
इस समस्या से निपटने के लिए सरकार ने गंगा किनारे लगभग 4 किलोमीटर लंबा बांध बनवाया था, जिसमें किसानों की जमीन का अधिग्रहण किया गया था. कुछ किसानों का मुआवजा तो मिल गया, लेकिन लगभग 40 ऐसे किसान हैं जिनको आज तक कोई मुआवजा नहीं मिला है.
किसानों को नहीं मिला मुआवजा
किसान लगातार अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं. किसान जिलाधिकारी तक से इस बात की शिकायत कर चुके हैं, लेकिन अब तक किसानों का मुआवजा नहीं मिला है. किसानों का कहना है कि सभी किसानों का मुआवजा लगभग 90 लाख रुपये है. आज दर्जनों किसान अपर जिलाधिकारी योगेंद्र कुमार से मिले और उनसे मुआवजा दिलाने की मांग की.
इसे भी पढे़ं- मुजफ्फरनगर: मिड-डे मील में निकला मरा हुआ चूहा, 9 बच्चे बीमार
अपर जिलाधिकारी योगेंद्र कुमार ने बताया कि सिंचाई विभाग के पास अभी धनराशि नहीं आई है. जैसे ही शासन से धनराशि आएगी, किसानों को मुआवजा उनके खातों में भेज दिया जायेगा.