कासगंज : देश भर में एक बार फिर कोरोना वायरस कहर बरपा रहा है. कोरोना महामारी से निपटने के लिए देश व प्रदेश में कोविड टीकाकरण किया जा रहा है. कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन की दस्तक के बाद प्रदेश सरकार ने चौकसी बढ़ा दी है. यूपी में फ्रंट लाइन वर्कर व वरिष्ठ नागरिकों के लिए कोविड वैक्सीन की बूस्टर डोज लगाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. इस महामारी से निपटने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है. वहीं दूसरी तरफ जिम्मेदार लोग सरकारी योजनाओं पर पलीता लगाने से बाज नहीं आ रहे हैं.
ऐसा ही एक मामला कासगंज जिले के पटियाली तहसील क्षेत्र से सामने आया है. दरअसल, गुरुवार को दयानंद इंटर कॉलेज में स्कूली बच्चों को वैक्सीन लगाने का अभियान चलाया जा रहा था. इस दौरान कॉलेज में अधिकतम शिक्षकों और कर्मचारियों ने मास्क नहीं लगाया था.
वैक्सीन लगवाने आए छात्र-छात्राएं भी बिना मास्क लगाए ही घूम रहे थे. शासन द्वारा जारी की गई कोरोना गाइडलाइन का खुलेआम उलंघन पर रहे लोगों से जब ईटीवी भारत की टीम ने सवाल जवाब किए, तो वह तरह-तरह के बहाने बनाने लगे.
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कैमरे की नजर में कैद होते देख कॉलेज के अध्यापकों ने झटपट मास्क लगा लिया. कोरोना गाइडलाइन का उलंघन कर रहे अध्यापकों के संबंध में जब प्रिंसिपल कांति प्रसाद वर्मा से बात की गई, तो उन्होंने कोई सटीक जवाब नहीं दिया.