कासगंज: जहां एक तरफ देश-प्रदेश की सरकारें या कहें कि समूचा विश्व कोरोना वायरस से भयभीत है. विश्व व देशभर में सुरक्षा के उपाय किए जा रहे हैं. स्कूल कॉलेजों को बंद करा दिया गया है. धार्मिक आयोजनों, विवाह समारोहों में भीड़ पर रोक लगा दी गई है. वहीं इसके विपरीत जिले के एक विद्यालय में दर्जनों शिक्षकों को एक साथ प्रशिक्षण दिया जा रहा है.
दरअसल, मामला जनपद के पटियाली नगर के पूर्व माध्यमिक विद्यालय का है. यहां एक ही परिसर के अंदर कई शिक्षकों को कंपोजिट ग्रांट के सदुपयोग हेतु प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जबकि योगी सरकार ने कोरोना वायरस के चलते समस्त स्कूल-कॉलेजों को बंद करने के आदेश दिए हैं.
जिले के समस्त अधिकारी और कर्मचारी कोरोना वायरस से बचाव के लिए एहतियात बरत रहे हैं. इसके विपरीत इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में लगभग 100 के आसपास शिक्षक मौजूद थे और एक ही बेंच पर दो-दो लोग बैठे थे, जबकि कम से कम दो व्यक्तियों में एक मीटर की दूरी होनी चाहिए. उपस्थित शिक्षकों ने वायरस से बचाव हेतु मास्क भी नहीं लगाया हुआ था.
जब ईटीवी भारत ने विद्यालय में पहुंचकर चेक किया तो प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे शिक्षकों में हड़कंप मच गया. ईटीवी भारत ने शिक्षकों से बात की तो कई शिक्षकों ने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को कोरोना वायरस से बचाव के लिए चलाए जा रहे सुरक्षा उपायों से खिलवाड़ बताया. इसे लेकर ईटीवी भारत के संवाददाता ने बेसिक शिक्षा विभाग के जिला समन्वयक वीरेंद्र कुमार से भी बात की, जिस पर उन्होंने प्रशिक्षण को तत्काल स्थगित करने की बात कही.