उन्नावः इंदौर में विदेश मंत्रालय भारत सरकार (Ministry of External Affairs Government of India) द्वारा आयोजित किये जा रहे 17वें प्रवासी भारतीय दिवस (17th Pravasi Bharatiya Divas) कार्यक्रम में बांगरमऊ तहसील क्षेत्र के अमीरपुर नेवादा निवासी राष्ट्रीय युवा पुरस्कार विजेता अजीत कुशवाहा (National Youth Award winner Ajit Kushwaha) को युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आमंत्रित किया गया है.
अजीत कुशवाहा ने बताया कि वह वर्तमान में नेहरू युवा केंद्र संगठन उत्तर प्रदेश में राज्य परियोजना समन्यक नमामि गंगे के पद पर कार्यरत हैं. इससे पूर्ण इन्हें 2013 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी (President Pranab Mukherjee) एवं हाल ही में राज्य सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश के सर्वोच्च युवा सम्मान स्वामी विवेकानंद राज्य युवा पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है. यह कार्यक्रम भारत सरकार एवं मध्यप्रदेश शासन द्वारा प्रवासी भारतीय दिवस के तौर पर 08 से 10 जनवरी के मध्य इंदौर में आयोजित किया जा रहा है.
राष्ट्रीय युवा पुरस्कार (National Youth Awards) विजेता अजीत कुशवाहा ने बताया कि कार्यक्रम का उद्घाटन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के द्वारा एवं समापन देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के द्वारा किया जाएगा. इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में गुयाना गणराज्य के राष्ट्रपति डॉ मोहम्मद इरफान अली एवं सूरीनाम गणराज्य के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी होंगे. कार्यक्रम का प्रथम दिन युवाओं पर आधारित होगा. जिसकी थीम ‘प्रवासी अमृत काल में भारत की प्रगति के लिए विश्वसनीय भागीदार' होगा. इस सत्र में अलग-अलग विश्वविद्यालयों के छात्र राष्ट्रीय सेवा योजना नेहरू युवा केंद्र संगठन के स्वयंसेवकों के साथ प्रवासी भारतीय युवा भी सम्मिलित होंगे. अजीत कुशवाहा ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य भारत के विकास में प्रवासी भारतीयों का योगदान, उनके साथ मैत्री संबंध को बढ़ावा देना, साथ ही आधुनिक भारत की परिकल्पना को वैश्विक स्तर पर सार्थक बनाना, अमृत काल में 2047 का भारत कैसा हो? इस विषय पर भी सभी युवा मिलकर चर्चा करेंगे.
उन्होंने बताया कि दूसरे दिन आजादी का अमृत महोत्सव (Amrit Mahotsav of Independence) भारतीय स्वतंत्रता संग्राम प्रवासी का योगदान एवं तीसरे दिन ‘भारतीय कार्यबल को वैश्विक स्तर पर गतिशील एवं सक्षम करना’ विषय पर चर्चा की जायेगी. देश के विकास में भारतवंशियों के योगदान को रेखांकित करने के लिए प्रवासी भारतीय दिवस प्रत्येक वर्ष 9 जनवरी को मनाया जाता है. इसी दिन वर्ष 1915 में महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका से स्वदेश लौटे थे. इसमें अलग-अलग देशों के राष्ट्राध्यक्ष, युवा कार्यक्रम एवं खेल केंद्रीय मंत्री, विदेश मंत्री, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री और अलग-अलग दूतावासों के उच्च अधिकारी सम्मिलित होंगे.
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