कानपुर: नौबस्ता थाना क्षेत्र में एक कपड़ा व्यापारी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. बेटा जब घर पहुंचा तो पिता को फांसी पर लटकता देख घटना की जानकारी पुलिस को दी. सूचना पर पहुंची पुलिस ने घटना की जांच पड़ताल की तो मृतक के पास से तीन पन्नों का सुसाइड नोट मिला, जिसमें उसने लिखा है कि वह बैंक में हुए भ्रष्टाचार और लोगों को दिए हुए पैसे न वापस करने से परेशान था. सुसाइड नोट में मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री तक को भेज कर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है. पुलिस घटना की जांच पड़ताल कर रही है.
उधार का पैसा कोई नहीं कर रहा था वापस
नौबस्ता के हंसपुरम निवासी 55 वर्षीय गिरीश मिश्रा कपड़ा कारोबारी थे. गिरीश के बहनोई बालेश अग्निहोत्री ने बताया कि बहन प्रतिभा को फलिज मार गई है. बहन के दो बेटे हैं. बड़ा बेटा ज्ञानेंद्र प्राइवेट कंपनी में काम करता है. छोटा बेटा आशुतोष 12वीं का छात्र है. गिरीश मिश्रा ने कुछ लोगों को पैसा उधार दे रखा था. साथ ही अपनी छोटी बहन को भी कुछ पैसा उधार दे रखा था. कारोबार ठप होने के कारण वह लोगों से दिया हुआ पैसा वापस मांग रहे थे. लेकिन कोई उनका पैसा वापस नहीं कर रहा था, जिससे वह परेशान थे.
इसे भी पढ़ें-फर्रुखबाद के रेस्क्यू ऑपरेशन में जानें क्या थी वजह, एडीजी कानपुर जोन ने दी जानकारी
मुद्रा योजना का लाभ लेने गए तो मांगी गई घूस
गिरीश मिश्रा ने प्रधानमंत्री द्वारा चलाई जा रही मुद्रा योजना का लाभ लेने के लिए बैंक गए तो बैंक में भी उनसे पांच लाख रुपये लोन कराने के नाम पर घूस मांगी गई. घूस देने के बाद भी जब उनका लोन पास नहीं हुआ तो वह बहुत परेशान हो गए. गुरुवार को अपने कमरे में जाकर करिब 3 पन्नों का सुसाइड नोट लिख कर फांसी लगा ली. बड़ा बेटा ज्ञानेंद्र जब शाम को घर आया तो पिता को फंदे से लटकता देखा. ज्ञानेंद्र ने घटना की जानकारी परिजनों सहित पुलिस को दी. सूचना पर पुलिस और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची.जांच पड़ताल के दौरान पुलिस को बहनोई के पास से 3 पन्नों का सुसाइड नोट मिला. वहीं पुलिस सुसाइड नोट को लेकर जांच पड़ताल में जुट गई है.