कानपुर: देश में शायद ही कोई ऐसा शहर होगा, जहां वायु प्रदूषण का मानक सामान्य स्तर पर रहता हो. देश की 130 करोड़ आबादी ऐसी है, जो इस वायु प्रदूषण की चपेट में है और यह दिनों दिन बढ़ रहा है. ऐसे में पर्यावरण मंत्री से मेरी यह मांग है, कि वायु प्रदूषण को स्वास्थ्य संबंधी आपात स्थिति घोषित कर ठोस कदम उठाएं.
भाजपा सांसद सत्यदेव पचौरी ने सोमवार को संसद में वायु प्रदूषण का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि वायु प्रदूषण के बढ़ते ग्राफ का ही असर है, जिसके चलते देश में शिशु मृत्यु दर मानव जीवन में औसतन 5.8 प्रतिशत प्रति वर्ष तक पहुंच गई है. भाजपा सांसद ने कहा देश की आबोहवा में जो जहर घुल रहा है उसके जिम्मेदार हम सब हैं. अगर प्रदूषण पर अंकुश लगाना है तो इसके लिए सभी को जागरूक होना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि सभी शहरों में अधिक से अधिक इलेक्ट्रिक वाहनों का संचालन हो और इसे बढ़ावा दिया जाए.
भाजपा सांसद ने लोकसभा अध्यक्ष को बताया कि मौजूदा समय में कानपुर के अंदर आठ अलग-अलग स्थानों- एफटीआई किदवई नगर, एनएसआई कल्याणपुर, नेहरू नगर, जरीब चौकी, पनकी सॉलिड वेस्ट प्लांट, दादा नगर, रामादेवी चौराहा व चिड़ियाघर के पास एयर क्वालिटी मॉनीटर लगे हैं. हालांकि, शहर में वायु प्रदूषण की मात्रा हमेशा ही मानकों से अधिक रहती है. इसलिए अब शहर के सभी 110 वार्डों में एयर क्वालिटी मॉनीटर लगवाएंगे, जिससे आमजन वायु प्रदूषण की मात्रा को जान सकें और उसके हिसाब में जीवन यापन कर सकें.
इससे पहले भाजपा सांसद सत्यदेव पचौरी ने बीआइसी कर्मियों के वेतन का मुद्दा लोकसभा में उठाया था. इस मामले पर कुछ दिनों पहले केंद्र की ओर से जारी बजट में 100 करोड़ रुपये की राशि जारी की गई है. भाजपा सांसद ने कहा, कि अप्रैल में उक्त राशि कर्मियों को वेतन के रूप में मिल जाएगी.
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