कानपुर: छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (Chhatrapati Shahu Ji Maharaj University Kanpur) में कुछ दिनों पहले बीबीए के 4 और बीटेक के एक छात्र को विवाद के मामले में निष्कासित किया गया था. गुरुवार को अचानक ही उक्त पांचों छात्र विवि कैंपस पहुंचे और जबरन ही कैंपस के अंदर जाने लगे. ऐसे में जब उन्हें सुरक्षाकर्मियों ने रोका तो छात्रों ने मुख्य गेट के पास ही बैरीकैडिंग लगाकर जमकर हंगामा किया.
छात्रों ने तानाशाही नहीं चलेगी, नहीं चलेगी, नहीं चलेगी...के नारे लगाए. छात्रों को एकजुट देखकर उन्हें समझाने के लिए विश्वविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर डॉ. प्रवीण कटियार, वरिष्ठ प्रशासनिक अफसर डॉ. संजय स्वर्णकार समेत अन्य जिम्मेदार जब पहुंचे, तो छात्रों ने सभी से बहस शुरू कर दी. अफसरों ने उन्हें शांत कराने की कोशिश की लेकिन छात्र अपनी मांगों पर अड़े रहे. इसके बाद जब मौके पर कल्याणपुर समेत अन्य थानों की फोर्स पहुंची तब जाकर छात्र शांत हुए.
विश्वविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर डॉ. प्रवीण कटियार ने बताया कि कुछ दिनों पहले एक मामले में बीबीए के 4 और बीटेक के छात्र को निष्कासित किया गया था. सभी छात्र गुरुवार को किसी काम से विश्वविद्यालय के कैंपस में आए थे और कैंपस के अंदर जाना चाह रहे थे. जब उन्हें गेट पर रोका गया तो वह पहले सुरक्षाकर्मियों से उलझ गए और फिर हंगामा करना शुरू कर दिया.
छात्रों ने आइबीएम निदेशक को प्रेषित प्रार्थना पत्र सौंपा: छात्रों ने मुख्य गेट पर ही विश्वविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर और अन्य प्रशासनिक अफसरों को अपनी ओर से निदेशक आईबीएम को प्रेषित प्रार्थना पत्र सौंपा. छात्रों ने कहा कि उन्हें जो सजा दी गई है, वह फैसला विश्वविद्यालय प्रशासन वापस ले और उन्हें अपनी पढ़ाई करने दे.
वीसी पर एफआईआर के बाद से माहौल वैसे भी गर्म: कुछ दिनों पहले जब सीएसजेएमयू (CSJMU Kanpur) के वीसी प्रो. विनय पाठक के खिलाफ लखनऊ में एफआईआर दर्ज हुई है, उसके बाद भले ही मौसम सर्दी का हो, लेकिन कैंपस का माहौल गर्म है. गुरुवार को छात्रों के हंगामे के बाद एक बार फिर से कैंपस में कयासों का दौर शुरू हो गया.
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