कानपुर: शहर के थाना महाराजपुर क्षेत्र स्थित सुरजन सिंह कॉलेज से स्कूल टूर पर चित्रकूट गए छात्र की शुक्रवार को मंदाकिनी नदी में डूबने से मौत हो गई. पुलिस के अनुसार, नदी में नहाने के दौरान छात्र का पैर फिसल गया. छात्र को डूबता देख उसके अन्य साथियों लोने जब शोर मचाया, तो वहां मौजूद एक मंदिर के पुजारी ने नदी में छलांग लगा दी. उसने छात्र को मंदाकिनी नदी बाहर निकाला. लोग उसे अस्पताल ले गए, जहां इलाज के दौरान चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. परिजनों को इसकी सूचना जब मिली तो पूरे परिवार में कोहराम मच गया. चित्रकूट पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है.
जानकारी के अनुसार, महाराजपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत स्थित सुरजन सिंह इंटर कॉलेज के छात्रों को बीते शुक्रवार टूर के लिए चित्रकूट ले जाया गया. वहां पहुंचने के बाद सभी छात्रों ने कई तीर्थस्थलों के दर्शन किए. जब सभी छात्र आश्रम के आसपास भ्रमण कर रहे थे, तब आर्यन गुप्ता (18 वर्ष) नहाने के लिए मंदाकिनी नदी में उतरने लगा. इसी दौरान उसका पैर फिसल गया और वह गहरे पानी में चला गया. शोर मचाने पर वहां मौजूद एक पुजारी ने उसे बाहर निकाला, मगर तब तक उसकी मौत हो चुकी थी. इस बात की सूचना जब परिजनों को हुई तो उन्होंने स्कूल स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा काटा. परिजनों का आरोप है कि जिस वक्त आर्यन मंदाकिनी नदी में नहाने जा रहा था, उस वक्त स्कूल का कोई भी स्टाफ या कर्मचारी उसके साथ मौजूद नहीं था. मौके पर पहुंची चित्रकूट पुलिस ने परिजनों को समझा-बुझाकर इस मामले को शांत कराया.
इस पूरे मामले में सुरजन सिंह कॉलेज के मैनेजर ने बताया कि कॉलेज की ओर से एक टूर का आयोजन किया गया था. इसके तहत छात्रों को चित्रकूट ले जाया गया था. टूर में छात्रों के साथ कॉलेज के 5 स्टाफ भी गए हुए थे. जब सभी छात्र सती अनसूइया माता के दर्शन कर रहे थे, तभी इंटरमीडिएट का छात्र आर्यन मंदाकिनी में नहाने के लिए उतर गया. पैर फिसलने से वह नदी में गिर गया और जिससे उसकी मौत हो गई. उन्होंने कहा कि इस दुखद के समय में कॉलेज परिसर आर्यन के परिजनों के साथ है. कॉलेज की तरफ से परिजनों को आर्थिक मदद देने का आश्वासन दिया गया है. साथ ही परिवार के अन्य बच्चों को मुफ्त शिक्षा देने का वादा भी किया गया है.
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