कानपुरः ससुराल वालों को जलाने के आरोप में बंद सनकी दामाद मुकेश को अपने किये पर कोई पछतावा नहीं है. उसने जूही के रातूपुरवा में अपनी पत्नी और डेढ़ महीने की बच्चे समेत 6 लोगों को जिंदा जला दिया था. हालांकि उनकी किस्मत अच्छी थी कि जान बच गयी. वरना मुकेश ने मारने की पूरी तैयारी कर रखी थी. पुलिस ने आरोपी पति मुकेश को जेल भेज दिया था.
![पुलिस गिरफ्त में आरोपी दामाद](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/up-kan-03-pkg-up10075_20012021134457_2001f_1611130497_1055.jpg)
जब जिले की पुलिस जांच के लिए आरोपी मुकेश के घर हरदोई के इतौली गांव पहुंची, तो ग्रामीणों ने बताया कि मुकेश अपने बुजुर्ग पिता को आये दिन घर के बाहर कभी डंडे तो कभी रस्सी से मारता पीटता था. वे एक सनकी था. जिसकी हरकतों की वजह से गांव में उससे कोई बात भी नहीं करता था.
ये था पूरा मामला
जिले के जूही थाना क्षेत्र निवासी हीरालाल की बड़ी बेटी मनीषा की शादी हरदोई के मुकेश से हुई थी. मुकेश और मनीषा में आये दिन झगड़े हुआ करते थे. जिसकी वजह से मनीषा अपने डेढ़ महीने के बच्चे के साथ लॉकडाउन के पहले मायके आ गई थी. उसका पति मुकेश उसे कई बार गांव चलने के लिए कह चुका था, लेकिन मनीषा ने उसकी सनक और नशेबाजी के चलते जाने से मना कर दिया था. ये बात मुकेश को इतनी बुरी लगी कि मुकेश ने शुक्रवार सुबह 4:00 बजे ससुराल के घर में पेट्रोल डालकर आग लगा दी थी. उसने दरवाजा भी बाहर से बंद कर दिया था. जिसके चलते ससुराल के 6 लोग उस आग में झुलस गए थे. जिनको उपचार के लिए उर्सला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. हालांकि उनकी हालत में अब सुधार हो रहा है.
जूही थाना प्रभारी संतोष आर्य ने बताया कि मुकेश को अपने किये पर कोई पछतावा नहीं है. वहीं उन्होंने आगे जानकारी देते हुए ये भी बताया कि आरोपी के गांव एक टीम को भेजा गया था. जहां उसकी सनक और हैवानियत की बातें सामने आई हैं. जिसके चलते कोई भी गांव वाला उससे बात तक करना पसंद नहीं करता था.