कानपुर: 1984 के सिख दंगा(1984 Sikh riots case) मामले के बचे हुए अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम (एसआइटी) के सामने केवल 48 दिनों का समय बचा है. कुल 42 अभियुक्तों की गिरफ्तारी होनी बाकी है. एसआइटी ने अब तक कुल 30 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. न्यायालय ने 30 सितंबर तक 1984 सिख दंगे के सभी 72 आरोपियों को पकड़ने के निर्देश दिए हैं.
एसआइटी प्रभारी बालेंदु भूषण सिंह ने बताया कि इस मामले में अभी तक छह मुकदमों में चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है जबकि अभी पांच मुकदमों में चार्जशीट दाखिल होनी बाकी हैं. 15 अगस्त के बाद तेजी से गिरफ्तारी के लिए अभियान चलाया जाएगा. एसआइटी टीम के सामने एक अभियुक्त तो ऐसा है, जो लगातार फरार है. एसआइटी प्रभारी ने बताया कि पूर्व राज्यमंत्री के बेटे को पकड़ने के लिए लगातार दबिशें दी जा रही हैं. लेकिन, उसे गिरफ्तार नहीं किया जा सका है. इसी तरह कई अभियुक्त ऐसे हैं जिनकी उम्र बहुत अधिक हो गई है और वह पूरी तरह से बेड पर हैं. तमाम अभियुक्त वकालत कर रहे हैं जिन पर हाथ डालने से एसआइटी टीम के सदस्य अपने कदम पीछे कर रहे हैं.
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एक नजर
- कुल 94 आरोपियों की गिरफ्तारियां होनी थीं.
- कुल 40 से अधिक मुकदमे दर्ज किए गए थे, जिनमें 14 मुकदमों में साक्ष्य मिले थे.
- 147 लोगों की गवाहियां हुई थीं, 100 से अधिक लोगों की जान चली गई थीं.
- तीन साल पहले एसआइटी का गठन किया गया था.
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