कानपुर : संजीत अपहरण हत्याकांड के कबूलनामे के बाद जैसे-जैसे समय बढ़ता जा रहा है, हत्या को लेकर अनसुलझे पहलू सामने आ रहे हैं. जिसके पीछे की मुख्य वजह है, संजीत के हत्यारोपियों द्वारा हत्या किए जाने की बात को स्वीकार करना. लेकिन अब तक संजीत की लाश का न मिलना, जो अब पुलिस को हर पहलू को संदेह की तरफ मोड़ते चले जा रहें हैं.
जिसके चलते अब मृतक संजीत की बहन रुचि ने यह कह दिया है कि उसके भाई की हत्या ही नहीं हुई है. यानी संजीत मारा ही नहीं गया है, यह है परिवार का कहना.
दूसरे पहलू में संजीत हत्याकांड के एक हत्यारोपी राम जी शुक्ला का बीजेपी नेताओं के साथ अच्छी पकड़ थी. जिसका सबूत सोशल मीडिया पर वायरल हो रहीं वो तश्वीरें हैं. जिसमें राम जी शुक्ला बीजेपी विधायक महेश त्रिवेदी समेत अन्य बड़े नेताओं के साथ है.
यानी पुलिस की अनसुलझी कहानी में ये तश्वीरें भी कुछ न कुछ प्रभाव डालती होंगी. फिलहाल अभी उस वक्त तक कुछ नहीं कहा जा सकता जब तक संजीत की डेड बॉडी नहीं बरामद कर ली जाती.