कानपुरः चौबेपुर क्षेत्र के चर्चित बिकरु कांड में मारे गए कुख्यात विकास दुबे की पत्नी ऋचा दुबे को फर्जी सिम मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट से राहत मिल गई है. ऋचा को कोर्ट ने फर्जी आईडी से सिम के मामले में अग्रिम जमानत दे दी है. एसआईटी की रिपोर्ट में यह बात सामने आई थी कि ऋचा दुबे ने फर्जी आधार कार्ड से सिम खरीदा था. इस आरोप पर उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज थी. इस मामले में चार्जशीट लगने के बाद ऋचा दुबे ने कोर्ट में अग्रिम जमानत की मांग की. जिसे कोर्ट ने स्वीकार लिया.
जिला न्यायालय ने खारिज कर दी थी अग्रिम जमानत याचिका
कानपुर एनकाउंटर केस की जांच के लिए एसआईटी ने ऋचा दुबे द्वारा फर्जी आधार कार्ड पर सिम लिए जाने का खुलासा किया था. ऋचा खुद इस सिम का इस्तेमाल कर रहीं थी. इस खुलासे में चौबेपुर थाने में उनके खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया था. इस एफआईआर के बाद रिचा ने जिला जज की अदालत में चार्जशीट लगने तक अग्रिम जमानत याचिका दाखिल की थी जो अदालत ने खारिज कर दी थी.
इन पर भी दर्ज है फर्जी सिम का मामला
विकास दुबे की पत्नी ऋचा दुबे के अलावा मोनू, अरविंद त्रिवेदी, राजू बाजपेई, विष्णु पाल, दीपक, शिव तिवारी, शांति देवी, खुशी दुबे और रेखा ने भी फर्जी आईडी से सिम ले रखे थे.
पांच सथियों का हो चुका है एनकाउंटर
बता दें कि दो जुलाई की रात को बिकरू गांव में विकास दुबे के घर दबिश देने पहुंची पुलिस की टीम पर बदमाशों ने हमला कर दिया था, जिसमें सीओ देवेंद्र मिश्रा सहित आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे. वहीं यूपी एसटीएफ ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए विकास दुबे सहित उसके पांच साथियों को मुठभेड़ में मार गिराया था. हालांकि बिकरु कांड में अभी भी विकास दुबे का भाई पुलिस की गिरफ्त से दूर है.