कानपुर: झींझक रेलवे स्टेशन पर रीवा एक्सप्रेस का ठहराव फिर से शुरू कर दिया गया है. यह मामला राष्ट्रपति भवन तक पहुंचने के बाद उत्तर मध्य रेलवे ने ट्रेन का संशोधित शेड्यूल जारी कर दिया है. रेलवे ने झींझक से यात्री लोड की जानकारी मांगी. इसके बाद रेलवे अफसरों को बताया गया कि रोजाना इस ट्रेन पर ढाई सौ से तीन सौ रेल यात्री चढ़ते-उतरते हैं. वहीं महीने भर में करीब 7 हजार यात्रियों का इस स्टेशन से लोड है. इस बात की जानकारी जैसे ही रेलवे अफसरों को हुई, वैसे ही इस ट्रेन का स्टॉपेज झींझक स्टेशन पर कर दिया गया.
यह ट्रेन आनंद विहार टर्मिनल रेलवे स्टेशन से रीवा के बीच वाया कानपुर सेंट्रल होकर चलती है. अभी सभी रूटों पर जो ट्रेनें चल रही हैं वह सभी कोविड प्रोटोकॉल के तहत चलाई जा रही हैं. इसमें सभी ट्रेनों को स्पेशल बनाकर चलाया जा रहा है. इस कारण तमाम ट्रेनों की सुविधाओं में कटौती की गई है. वहीं कुछ ट्रेनों के स्टॉपेज में भी कमी आई है.
राष्ट्रपति ने किया था झींझक स्टेशन से ट्रेन को रवाना
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जब राज्यसभा सदस्य थे, उस दौरान उनके प्रयास से यहां रीवा एक्सप्रेस का ठहराव झींझक स्टेशन पर शुरू किया गया था. उन्होंने खुद ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर झींझक स्टेशन से रवाना भी किया था, लेकिन लॉकडाउन के दौरान सभी ट्रेनें बंद हो गईं थी. इसके बाद अनलॉक में ट्रेनें शुरू हुईं तो रीवा एक्सप्रेस का ठहराव बंद कर दिया गया था. क्षेत्रीय लोगों की समस्याओं को उठाते हुए कारोबारियों ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र भेजा. राष्ट्रपति के हस्तक्षेप के बाद रेलवे बोर्ड को उचित कार्रवाई के निर्देश दिए गए और रेलवे ने आनंद विहार से रीवा जाने वाली ट्रेन संख्या 02428 को झींझक पर ठहराव की अनुमति दी.