कानपुर: रेलवे चाइल्ड लाइन ने कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर कूलियों के साथ बैठक कर उन्हें जागरूक किया. कूलियों को रेलवे चाइल्ड लाइन की सेवाओं, ट्रैफकिंग, बाल यौन शोषण के प्रति जागरूक करने के लिए बैठक सभा का आयोजन किया गया. इस बैठक में 30 से अधिक कूलियों ने हिस्सा लिया.
बैठक के दौरान रेलवे चाइल्ड लाइन कानपुर के निदेशक कमल कांत तिवारी ने बताया कि बाल यौन शोषण आज का एक अहम मुद्दा है. सेंट्रल स्टेशन कानपुर में विगत 2 वर्षों से मुसीबत में फंसे हुए बच्चों के लिए एवं शोषित बच्चों को न्याय दिलाने के लिए संचालित रेलवे चाइल्ड लाइन कानपुर प्रयासरत है. वहीं उन्होंने कूलियों से अपील की कि अगर आपको सेंट्रल स्टेशन पर थोड़ा सा भी संदेह हो कि किसी बच्चे के साथ कुछ गलत हो सकता है तो आप चाइल्ड लाइन के निशुल्क नंबर 1098 पर तुरंत सूचना दें.
रेलवे चाइल्ड लाइन समन्वयक गौरव सचान ने बैठक के दौरान बात रखी कि अगर आप लोग ट्रेनों के अंदर यात्रियों के साथ जाते हैं तो ट्रेनों में अगर कोई अकेला गुमसुम, परेशान बच्चा दिखाई दे तो आप चाइल्ड लाइन को तुरंत सूचित करें. हो सकता है कि आपका एक फोन उस बच्चे की जिंदगी बचा सकता है. साथ ही बैठक के दौरन बाल यौन शोषण का विरोध करने एवं बच्चों के साथ हो रहे अन्याय की सूचना रेलवे चाइल्ड लाइन के निशुल्क नंबर 1098 पर देने की अपील की गई, जिससे रेलवे चाइल्ड लाइन कानपुर के माध्यम से अधिक से अधिक बच्चों की सहायता एवं उन्हें शोषण से बचाया जा सके. ताकि समाज के बच्चों के साथ हो रहे शोषण से उन्हें मुक्त कराया जा सके.
साथ ही वहां पर मौजूद लोगों को विस्तार से बताया गया कि घर से भटके व जरूरतमंद बच्चों की मदद के लिए आगे आएं. ऐसे बच्चों की सहायता के लिए 24 घंटे किसी भी समय 1098 निशुल्क नंबर डायल कर बच्चों को सुरक्षा व संरक्षण प्रदान कर सकते हैं. इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से रेलवे चाइल्ड लाइन कानपुर के निदेशक कमल कांत तिवारी, समन्वयक गौरव सचान आदि लोग मौजूद रहे.