कानपुरः तीन जून को हुई हिंसा में गिरफ्तार किए गए आरोपियों में शामिल प्रिंटिंग प्रेस मालिक को कोर्ट ने जमानत दे दी है. हिंसा के मास्टर माइंड जफर हयात हाशमी ने इसी आरोपी की प्रेस से बाजार बंदी के पोस्टर छपवाए थे. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. आरोपी के वकील ने जमानत की याचिका न्यायालय के समक्ष पेश की जिसे न्यायालय ने मंजूर कर लिया.
आरोपी प्रिंटिंग प्रेस के मालिक शंकरलाल का कहना है एक जून की देर शाम जफर हयात उनकी दुकान पर आए और केवल 20 पोस्टर छापने के लिए कहे. आम पोस्टरों की तरह जफर के भी पोस्टर को छाप दिया गया. पोस्टर में क्या विवादित था और इन्हें कहां इस्तेमाल किया जाना था, इसकी जानकारी शंकरलाल को नहीं थी.
तीन जून की हिंसा के बाद जब पुलिस ने आरोपियों की लिस्ट बनाई तो उसमें पोस्टर छापने का आरोपी शंकरलाल को माना गया. इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. सेशन कोर्ट से सोमवार को उसे जमानत मिल गई.
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