कानपुर: बिकरू कांड के कुख्यात विकास दुबे के खजांची जय बाजपेई की हिस्ट्रीशीट पुलिस ने खोल दी है. मौजूदा वक्त में जय पर गैंगस्टर समेत 10 मुकदमें दर्ज हैं. बीती 2 जुलाई की रात बिकरू कांड में 8 पुलिसकर्मियों की निर्मम हत्या के बाद विकास दुबे और जय बाजपेई की जुगलबंदी की जानकारी पुलिस-प्रशासन को हुई थी. इतना ही नहीं बिकरू कांड में विकास को हथियार सप्लाई और उसके परिवार को वारदात के बाद सुरक्षित निकालकर ले जाने का आरोप भी जय बाजपेई पर लगा है.
जय बाजपेई की हिस्ट्रीशीट नजीराबाद पुलिस ने खोल दी है. जय का हिस्ट्रीशीट नबंर है एचएस-710. गौरतलब है कि जय के खिलाफ इसके अलावा 10 और मुकदमे दर्ज हैं. इस वक्त जय बाजपेई कानपुर देहात की माती जेल में बंद है. साथ ही उसके तीनों भाई गुंडा एक्ट में कानपुर के जिला कारागार में बंद हैं. इतना ही नहीं चौबेपुर के बिकरू कांड में पुलिसकर्मियों की हत्या के मुकदमे में भी जय आरोपी है. जय पर गैंगस्टर, 7 सीएलए, एससी-एसटी एक्ट जैसी संगीन धाराओं में नजीराबाद थाने में 4, थाना बजरिया में 4 और काकादेव थाने में 1 मुकदमा दर्ज हैं.
खजांची जय बजपेई का कनेक्शन विकास दुबे से मिलने के बाद कानून का शिकंजा उस पर कसता चला गया. बिकरू कांड में बीती 31 जुलाई को जय बाजपेई समेत उसके तीन भाई रजत, अजय और शोबित पर मुकदमा दर्ज किया गया था. डीएम आलोक तिवारी के आदेश पर जय बाजपेई और उसके तीन भाई रजयकांत, अजयकांत और शोभित पर गुंडा एक्ट की धारा-14(1) के तहत गतिविधियों में लिप्त होकर अवैध रूप से अर्जित चल-अचल सम्पत्ति को जब्त किया जा चुका है. खजांची की जब्त संपत्ति की कीमत लगभग 40 करोड़ है.