कानपुर: जिले में 20 जून को हुए बसपा नेता पिंटू सेंगर की हत्याकांड में पुलिस को बेनामी खत हाथ लगा है. मीडिया, बार एसोसिएशन, पुलिस और मृतक के परिजनों को गुमनाम खत मिला हैं. इस खत में एक मिश्रा पुलिस वाले का जिक्र किया गया है, जिसमें उसका मोबाइल नंबर भी है. खत लिखने वाले ने दावा किया है कि इस पुलिसवाले ने ही इस हत्या की वारदात की पटकथा लिखी है.
बता दे कि पिंटू सेंगर की 20 जून को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. पिंटू सेंगर बसपा नेता थे और वह मायावती को जन्मदिन पर चांद में जमीन देने को लेकर चर्चा में आए थे. जमीन संबंधी कई विवादों के चलते उनकी हत्या की बात सामने आ रही है. वहीं इस पत्र मिलने के बाद से पुलिस अब और सोच में पड़ गई है. खत में कहा गया है कि पिंटू सेंगर और पुलिसवाले के बीच साढ़े छह करोड़ रुपए के लेनदेन को लेकर विवाद चल रहा था, जिसको लेकर पुलिसकर्मी और पिंटू के बीच इसको लेकर कई बार विवाद भी हो चुका था.
यही नहीं खत लिखने वाले ने इस बात का भी दावा किया है कि उसने पुलिस वाले और पिंटू के बीच लेनदेन के विवाद के सबूत आलाधिकारियों को मुहैया कराए हैं. लेकिन अधिकारी मिश्रा को बचाने के लिए जांच को भटकाने का काम कर रहे हैं. खत लिखने वाले ने पुलिसकर्मी मिश्रा से अपनी जान को खतरा बताया है. इधर पुलिस के अधिकारी मामले में आरोपी पुलिसकर्मी का पता लगाने और उसकी भूमिका की जांच करने करने की बात कह रहे हैं. हालांकि वह इसे जांच को भटकाने वाला खत भी मान रहे हैं.