कानपुर: जिले के सबसे चर्चित बिकरू काण्ड के मुख्य आरोपी विकास दुबे को पुलिस मुठभेड़ में मार गिराए जाने के बाद उसके बचे हुए साथियो में भय का माहौल बना हुआ है. पुलिस लगातार इस मामले में अपराधियों की तलाश कर रही है. विकास दुबे की मौत के बाद उसके बचे हुए साथियो में से दो लोगों ने पहले ही सरेंडर कर दिया था.अब शनिवार को चौबेपुर पुलिस ने एक और आरोपी ने गिरफ्तार किया है. इस अपराधी राजेंद्र मिश्रा के ऊपर पुलिस ने पचास हजार का इनाम घोषित कर रखा था.
बीती 2/3 जुलाई की रात बिकरू गांव में दबिश देने गयी पुलिस पर विकास दुबे और उसके गुर्गो ने फायरिंग कर दी थी. इस घटना में आठ पुलिस कर्मियों की मौत हो गई थी. इस जघन्य घटना को अंजाम देने के बाद विकास दुबे और उसके कई साथी फरार हो गए थे. पुलिस ने सर्च आपरेशन चलाकर विकास दुबे को उज्जैन से गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी के कानपुर लाते समय उसने पुलिस कस्टडी से भागने का प्रयास किया. इस दौरान हुई मुठभेड़ में पुलिस की गोली से उसकी मौत हो गई. इसके बाद से उसके बचे हुए साथियो में भय का माहौल बन गया. अब तक उसके दो साथियों ने अपने आपको पुलिस के हवाले कर दिया है. वहीं आज एक अन्य अपराधी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
अपराधी राजेंद्र मिश्रा ने बताया कि विकास के आगे किसी की नहीं चलती थी. वो जो चाहता था वही करता था.
वहीं इस मामले में पुलिस का कहना है कि आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में 50 हजार के इनामी राजेन्द्र कुमार पुत्र बलराम मिश्रा को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. बिल्हौर के सी ओ संतोष सिंह के नेतृत्व में राजेंद्र कुमार को शिवराजपुर के पास से गिरफ्तार किया गया है.