कानपुर : जिले के घाटमपुर में स्थित साढ़ थाना क्षेत्र के जसरा गांव में महिला प्रधान निशा और उसके पति सुरेंद्र पासवान में आए दिन झगड़े हुआ करते थे. मंगलवार को भी दोनों में झगड़ा हुआ, जिस पर निशा ने डायल 112 पर पति के खिलाफ शिकायत की. मौके पर पहुंची पुलिस ने प्रधान के पति को थाने ले आई और बुधवार को धारा 151 के तहत चालान कर दिया. जब इसकी खबर सुरेंद्र पासवान के पिता सुखराम (62) को मिली तो वे बहू के साथ बेटे को छुड़ाने थाने गए, लेकिन पुलिस ने सुरेंद्र को नहीं छोड़ा. इससे उनकी सदमे में मौत हो गई.
सुरेंद्र पासवान का कहना है कि पुलिस द्वारा थाने में उसे प्रताड़ित किया गया और जातिसूचक शब्दों का प्रयोग किया गया, जिसकी वजह से सदमे में उसके पिता की मौत हो गई.
मौके पर पहुंचे क्षेत्रीय विधायक
पुलिस की कार्यशैली से परेशान सुरेंद्र पासवान ने ग्रामीणों के साथ गुरुवार को साढ़ थाने का घेराव किया और शव को रखकर घंटों प्रदर्शन किया. उन्होंने मेनरोड का आवागमन भी रोक दिया. मामला बढ़ता देख मौके पर पहुंचे क्षेत्रीय विधायक अभिजीत सिंह सांगा ने गुस्साए लोगों को समझाया. पुलिस द्वारा जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल करने व मारपीट से ग्रामीण काफी आक्रोशित थे.