कानपुर : सांसद सत्यदेव पचौरी ने डीएम को पत्र लिखकर वर्ष 2009 से लेकर अब तक हर साल होने वाले प्रवेशों की जानकारी मांगी है. इसमें वर्षवार व कक्षावार पूरा विवरण जिलाधिकारी को देना होगा.
दरअसल, काकादेव स्थित सांसद के कैंप कार्यालय में इस सत्र के दौरान सैकड़ों की संख्या में अभिभावकों ने पहुंचकर शिकायतें कीं. सांसद से बताया कि निजी स्कूल संचालक, विभागीय अफसरों व कर्मियों से साठगांठ करके बच्चों को प्रवेश नहीं देते. कभी वह सीटें न होने का बहाना बनाते हैं तो कभी मोटी रिश्वत की मांग करते हैं. यही नहीं, विभाग के अफसरों व कर्मियों ने कई नामचीन निजी स्कूलों की जानकारी ही आरटीई पोर्टल से गायब कर दी. ऐसी स्थिति को देखते हुए, सांसद ने डीएम को इस मामले में बेहद कड़ा पत्र लिखा है.
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पांच साल में करीब साढ़े सात हजार बच्चों को प्रवेश का दावा: बीएसए डॉ.पवन तिवारी ने बताया कि पिछले पांच सालों में जिले के अंदर करीब साढ़े सात हजार बच्चों को आरटीई से प्रवेश दिया गया है. इस साल भी पहली लाटरी के बाद 1000 से अधिक बच्चों का दाखिला कराया जा चुका है. बीएसए ने कहा कि कई निजी स्कूल संचालक ऐसे हैं जो इस मामले में कुछ भी सुनने को तैयार नहीं होते. हालांकि इस सत्र से उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है.
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